किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ झलकने लगी ।(1)-किसान बूटेलाल निवासी बीबीपुर चिरियारी विकासखण्ड हसनगंज (2)-किसान दीपक कुमार सिंह निवासी कटरा मजरा निन्देमऊ विकासखण्ड हसनगंज।
आवाज –ए– लखनऊ~ संवाददाता – महेन्द्र कुमार
हसनगंज (उन्नाव) – बे मौसम की बरसात ने तिलहन की फसलों को दिया बढ़ावा और गेहूं की फसलों की बढाई मुश्किले।
क्षेत्र में 80 फीसदी गेहूं की बुआई हो चुकी थी 20 फ़ीसदी बुआई होनी बाकी थी मौसम ने ली करवट किसानों की बढ़ी मुश्किलें गेहूं की फसल की बुवाई के लिए जो 80 फ़ीसदी किसानों के खेत छपाई के बाद बुआई के लिए तैयार हुए थे वह खेत बे मौसम बारिश के वजह से 20 दिन पीछे हो गए।
जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ झलकने लगी ।(1)-किसान बूटेलाल निवासी बीबीपुर चिरियारी विकासखण्ड हसनगंज (2)-किसान दीपक कुमार सिंह निवासी कटरा मजरा निन्देमऊ विकासखण्ड हसनगंज से संवाददाता ने जानकारी लेनी चाहिए तो उन्होंने बताया कि पिछले दिनांक एक 1-12-2023 को गेहूं की फसल की बुआई की थी फसल का अंकुश निकल ही रहा था की मौसम ने जैसे ही अपना रुख बदला तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और खेत में जल भराव हो गया जिससे गेहूं की बुआई हुई फसल के अंकुश शूखे से प्रतीत होने लगे।