बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले टी नटराजन के साथ BCCI ने क्यों नहीं किया सालाना करार, जानिए कारण,

IPL 2020 में शानदार प्रदर्शन करने वाले टी नटराजन को भारतीय टीम में मौका मिला था लेकिन 15 अप्रैल को जारी हुए बीसीसीआइ के सालाना अनुबंध में उनका नाम नहीं है। इसके पीछे का कारण बहुत साधारण है।

नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 15 अप्रैल को अनुबंधित क्रिकेटरों की अपनी वार्षिक सूची की घोषणा की। सभी बड़े नाम सूची में शामिल हैं, लेकिन एक नाम ऐसा था जो सूची में नहीं था। इसी से हर कोई हैरान है। बीसीसीआइ से सालाना अनुबंध पाने वालों की सूची में तेज गेंदबाज टी नटराजन का नाम नहीं है। टी नटराजन ने भारत के लिए हाल ही में तीनों प्रारूपों में पदापर्ण किया है, लेकिन उनका नाम सालाना अनुबंध की सूची में नहीं है। इसके बारे में आपका जानना जरूरी है कि क्यों टी नटराजन के साथ बीसीसीआइ ने करार नहीं किया है।

दरअसल, बीसीसीआइ के केंद्रीय अनुबंध का हिस्सा होने के लिए बोर्ड ने कुछ मानदंड बनाए हैं, जिन पर टी नटराजन खरे नहीं उतरते हैं। इसी वजह से इस लिस्ट का हिस्सा नहीं हैं। बीसीसीआइ ने अक्टूबर 2020 से सितंबर 2021 तक के लिए ये केंद्रीय अनुबंध तैयार किया है, जिसमें एक खिलाड़ी को एक सत्र में न्यूनतम तीन टेस्ट या आठ वनडे या फिर 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने जरूरी होते हैं। वहीं, टी नटराजन तीनों फॉर्मेट में खेल चुके हैं, लेकिन एक भी फॉर्मेट में उन्होंने इन मानदंडों को नहीं पार किया है। ऐसे में उनको बीसीसीआइ ने सालाना अनुबंध से बाहर रखा है।

निरंतर आधार पर तीनों प्रारूप खेलने वाले खिलाड़ियों को बीसीसीआई ने ए प्लस ग्रेड में रखा है। हर साल बीसीसीआइ विभिन्न श्रेणियों में खिलाड़ियों के लिए अपने वार्षिक अनुबंधों की घोषणा करती है, जिसमें A + ग्रेड के खिलाड़ियों को प्रति वर्ष 7 करोड़ और ग्रेड A के खिलाड़ियों को रिटेनरशिप के रूप में 5 करोड़ रुपये मिलते हैं। ग्रेड बी को 3 करोड़ और अंतिम श्रेणी ग्रेड सी में शामिल खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ रुपये की रकम मिलते हैं। ये अनुबंध बीसीसीआइ अध्यक्ष, सचिव और चयन समिति के अध्यक्ष द्वारा तय किए जाते हैं।

टी नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान बड़े पैमाने पर क्रिकेट बिरादरी को प्रभावित किया। वास्तव में उन्होंने उसी दौरे के दौरान खेल के सभी प्रारूपों में अपनी शुरुआत की, लेकिन उन्होंने इस सीजन में केवल 1 टेस्ट, 2 एकदिवसीय और 4 टी20 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं। ऐसे में उनके ये मैच किसी भी फॉर्मेट में बीसीसीआई द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा करने में विफल रहे। पृथ्वी शॉ जिन्होंने भी केवल एक ही टेस्ट खेला, वे भी बीसीसीआइ के सालाना अनुबंध हासिल करने से चूक गए। दूसरी ओर, शुभमन गिल ने इसे हासिल कर लिया।

हालांकि, अगर टी नटराजन इस साल इंग्लैंड में दो और टेस्ट मैचों में खेलते हैं या सितंबर 2021 से पहले 6 T20 इंटरनेशनल या इतने ही ODI मैच खेल लेते हैं, तो उन्हें वार्षिक अनुबंध सूची में शामिल किया जाएगा। हालांकि, पेसर को पूरी राशि प्राप्त नहीं होगी और उसे प्रो-रैटा आधार पर भुगतान मिलेगा। सूर्यकुमार यादव और क्रुणाल पांड्या को भी बीसीसीआइ का वार्षिक अनुबंध नहीं मिला है, लेकिन वे भी इस प्रक्रिया के तहत इस अनुबंध सूची में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि इन खिलाड़ियों ने भी उतने मैच नहीं खेले हैं।

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