भाजपा का एक सामान्‍य कार्यकर्ता जो सफाई कर्मी से बन गया व‍िधायक

संतकबीर नगर ज‍िले के धनघटा व‍िधान सभा सीट पर एक सफाई कर्मी भाजपा का व‍िधायक बन गया। बीते सालों में इन्‍होंने जनता की इतनी सेवा की क‍ि सभी वर्ग के लोगों का इनको समर्थन म‍िला।

 

संतकबीर नगर । संतकबीर नगर ज‍िले की धनघटा विधानसभा क्षेत्र के मुड़ाडीहा गांव में एक गरीब परिवार में पैदा हुए गणेश चंद्र चौहान लोगों के प्यार और स्वयं के हौसले से सफाई कर्मी से विधायक बन गए। कोरोना काल में लोगों की सहायता के लिए सुबह में ही घर से निकल जाते थे। जनता के बीच रहकर उनके सुख-दुख के भागीदार बने रहे। इसी का परिणाम रहा कि इस विधानसभा चुनाव में हर तबके के लोगों ने उन पर भरोसा जताया और भाजपा के ट‍िकट पर व‍िधान सभा में पहुंच गए।

वर्ष 1995 में आरएसएस कार्यकर्ता के रूप में गणेश ने शुरू की जनसेवा

गणेश गरीबी का दंश झेलते हुए वर्ष 1995 में आरएसएस में बतौर कार्यकर्ता के रूप में कार्य करना शुरू किए। उन्हें वर्ष 2005 में सफाई कर्मी की नौकरी मिली। गांव की सफाई करने वाले इस सफाई कर्मी को लोग हेय दृष्टि से देखते थे। लोगों के बातों का वह शालीनता से जवाब देते रहे और अपने कदम आगे बढ़ाते रहे। इसी दौरान उन्हें पतजीव गांव निवासी फतेह बहादुर सिंह उर्फ जोखई सिंह एक राजनीतिक गुरू के रूप में मिले।

 

फतेह बहादुर सिंह बने गाॅडफादर

फतेह बहादुर सिंह ने इन्हें राजनीतिक क्षेत्र में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनके सहयोग से दिसंबर-2020 में गणेश की पत्नी कालिंदी देवी चौहान संठी से क्षेत्र पंचायत का चुनाव लड़ी और विजयी हुई। वहीं जुलाई-2021 में ब्लाक प्रमुख पद के लिए कालिंदी प्रत्याशी बनी लेकिन वह चुनाव हार गई। इसके बाद भी गणेश का हौसला कम नहीं हुआ। रेलवे स्टेशन पर घूम-घूम कर चाय बेंचने वाले व्यक्ति के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने और इसके बाद प्रधानमंत्री बनने वाले नरेंद्र मोदी से वह काफी प्रभावित रहे। कुछ माह पूर्व टीवी चैनल पर प्रधानमंत्री मोदी के एक सफाई कर्मी का पांव पखारते देख गणेश भी समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित हुए। अपने क्षेत्र में वह भी गरीबों की सेवा में जुट गए।

सफाई कर्मियों ने द‍िया चंदा

धनघटा विधानसभा (सुरक्षित) से भाजपा प्रत्याशी बनाए गए। सफाई कर्मियों के अलावा तमाम लोगों ने चुनाव लड़ने के लिए चंदा दिया। जनता के आर्थिक सहयोग से वह गांव-गांव, घर-घर प्रचार-प्रसार करते रहे। लोगों का उन्हें समर्थन मिलता रहा। इसी का परिणाम रहा कि वह सपा-सुभासपा के प्रत्याशी अलगू प्रसाद चौहान को 10553 मतों से हराकर धनघटा के विधायक बन गए। गणेश चंद्र चौहान का कहना है कि गरीबी कोई मायने नहीं रखती। लोगों के प्यार और स्वयं के हौसले से कोई भी साधारण व्यक्ति आगे बढ़ सकता है।

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