भारतीय महिला शांति सैनिकों ने रचा इतिहास, अबेई में तैनात होगी पलटन

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने एक बयान में कहा कि महिला शांति सैनिकों की पलटन को 6 जनवरी 2023 को अबेई में तैनात किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सुरक्षा बल में भारतीय बटालियन के हिस्से के रूप में ये तैनाती की जाएगी।

 

संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के लिए सबसे बड़े सैन्य योगदान करने वाले देशों में से भारत एक है। भारत संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए पूरी तरह से महिलाओं की टुकड़ी को तैनात करने वाला पहला देश बन गया है। भारतीय दल, जिसमें दो अधिकारी और 25 अन्य रैंक शामिल हैं, एक एंगेजमेंट प्लाटून का हिस्सा बनेंगे और Community Outreach में विशेषज्ञ होंगे।

रुचिरा कंबोज ने दी टीम को बधाईसंयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने गुरुवार को दल की एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया।

इसमें रुचिरा कंबोज ने लिखा ”#Abyei @UNISFA_1 में संयुक्त राष्ट्र मिशन के लिए हमारी बटालियन के हिस्से के रूप में शांति सैनिकों की एक #महिला पलटन तैनात कर रहा है। यह हाल के वर्षों में महिला #शांतिरक्षकों की अकेली सबसे बड़ी तैनाती है। टीम को शुभकामनाएं!”

अबेई में किया जाएगा तैनातसंयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने एक बयान में कहा कि महिला शांति सैनिकों की पलटन को 6 जनवरी 2023 को अबेई में तैनात किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सुरक्षा बल में भारतीय बटालियन के हिस्से के रूप में ये तैनाती की जाएगी। बयान में कहा गया है कि साल 2007 में लाइबेरिया में पहली बार महिलाओं की टुकड़ी को तैनात करने के बाद से ये संयुक्त राष्ट्र मिशन में महिला शांति सैनिकों की भारत की सबसे बड़ी एकल इकाई होगी। ये शांति रक्षक दलों में भारतीय महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि करने के भारत के इरादे को भी आगे बढ़ाएगी।

भारतीय महिलाओं की समृद्ध परंपराभारतीय दल में दो अधिकारी और 25 अन्य रैंक शामिल हैं। अबेई में हाल ही में हिंसा की बढ़ी घटनाओं के कारण महिलाओं और बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण मानवीय चिंताएं पैदा हुई हैं। बयान में कहा गया, “भारतीय महिलाओं की विशेष रूप से शांति स्थापना में एक समृद्ध परंपरा है।”

महिलाओं ने बनाई पहचानसंयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के बयान में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र की पहली पुलिस सलाहकार डॉ किरण बेदी, यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड 2019 से सम्मानित मेजर सुमन गवानी और शक्ति देवी ने यूएन पीसकीपिंग में अपनी पहचान बनाई है।

 

दूसरे नंबर पर है भारतबता दें कि 31 अक्टूबर 2022 तक संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में भारत दूसरा सबसे बड़ा योगदान करने वाला देश है। भारत ने 5887 सैनिकों के साथ 12 मिशनों में काम किया है। वहीं, पहले नंबर पर 7,017 सैनिकों के साथ बांग्लादेश का नंबर है।

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