भारत में कोरोना संकट को देखते हुए अमेरिका की अपने नागरिकों को जल्द भारत छोड़ने की सलाह,

कोरोना की दूसरी लहर के खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। साथ ही जो लोग पहले ही भारत में हैं उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने की भी हिदायत दी है।

 

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। साथ ही जो लोग पहले ही भारत में हैं उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने की भी हिदायत दी है। अमेरिकी दूतावास के अपने कर्मियों के स्वजनों को भी समय रहते भारत से लौटने को कहा गया है। उनकी दलील है कि भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बीच सभी तरह की चिकित्सीय देखभाल के संसाधन सीमित हो गए हैं। अमेरिका ने भारत पर चौथे चरण का यात्रा परामर्श जारी किया है जो विदेश विभाग द्वारा जारी किए जाने वाला सबसे अधिक स्तर का परामर्श होता है।

अमेरिका ने कही यह बात,

परामर्श में अमेरिकी नागरिकों से भारत की यात्रा न करने या जल्द से जल्द वहां से निकलने के लिए कहा गया है क्योंकि देश में मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति के कारण ऐसा करना सुरक्षित है। अमेरिकी विदेश विभाग ने ट्वीट किया, ‘भारत में कोविड-19 के मामलों के कारण चिकित्सीय देखभाल के संसाधन बेहद सीमित हैं। भारत छोड़ने की इच्छा रखने वाले अमेरिकी नागरिकों को अभी उपलब्ध वाणिज्यिक विकल्पों का इस्तेमाल करना चाहिए। अमेरिका के लिए रोज चलने वाली उड़ानें और पेरिस तथा फ्रैंकफर्ट से होकर आने वाली उड़ानें उपलब्ध हैं।’

देते रहेंगे आपात काउंसलर सेवाएं,

नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास और चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता व मुंबई स्थित अमेरिकी कांसुलेट जनरल खुले रहेंगे और आपात काउंसलर सेवाएं देते रहेंगे। मिशन इंडिया के कर्मचारियों के स्वजनों की वापसी को भी अधिकृत कर दिया गया है। स्वास्थ्य अलर्ट जारी करते हुए नई दिल्ली में स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, ‘भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ने के कारण सभी तरह की चिकित्सीय देखभाल बेहद सीमित हो रही है।’ उसने अमेरिकी नागरिकों से यात्रा पाबंदियों पर ताजा जानकारी के लिए भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाने के लिए कहा है।

बुनियादी ढांचा बाधित

दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘भारत में कोविड-19 के नए मामले और मौत की संख्या रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गई है। कई स्थानों पर कोविड-19 जांच का बुनियादी ढांचा बाधित हो गया है।’ इसमें कहा गया है, अस्पतालों में कोविड-19 और गैर कोविड-19 मरीजों के लिए चिकित्सा सामान, ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी हो गई है। कुछ शहरों में जगह न होने के कारण अमेरिकी नागरिकों को अस्पतालों में भर्ती करने से इन्कार करने की खबरें हैं। कुछ राज्यों में कफ्र्यू और अन्य पाबंदियां हैं जिससे गैर आवश्यक कारोबारों का संचालन रुक गया है और आवाजाही सीमित हो गई है।

भारतीय फ्लाइटों को क्वारंटाइन कराएगी इटली

इटली ने घोषणा की है कि वह भारत में कोरोना संकट को देखते हुए वहां से आने वाली फ्लाइटों को क्वारंटाइन कराएगा। इसकी शुरुआत बुधवार की शाम को नई दिल्ली से रोम पहुंच फ्लाइट के साथ हो चुकी है। इस विमान में कुल 210 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने बताया कि इटली के स्वास्थ्य मंत्री रोबर्टो स्पेरेंजा ने एक नए अधिनियम पर दस्तखत किए हैं। इसके मुताबिक भारत से आए यात्रियों को स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से तय एक अलग जगह पर दस दिनों के लिए क्वारंटाइन कराया जाएगा। यात्रियों के एयरपोर्ट पहुंचने पर सबसे पहले उनकी कोरोना जांच की जाती है।

भारत से द. अफ्रीका को कोई सीधा कोविड खतरा नहीं

दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री ज्वेली खिजे ने संसद की स्वास्थ्य समिति को बताया है कि उनके देश को भारत से कोविड-19 के संक्रमण का कोई सीधा खतरा नहीं है। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि जो लोग और देशों के रास्ते भी भारत से आ रहे होंगे उनकी अतिरिक्त निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम हालात से वाकिफ हैं। लेकिन उन्होंने आश्वस्त किया कि दक्षिण अफ्रीका के लिए भारत की कोई डायरेक्ट फ्लाइट नहीं है जिससे एक साथ बहुत लोग आ जाएं और देश के लिए कोरोना का खतरा बढ़ जाए।

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