भूकंप के लगभग 198 घंटे बाद मंगलवार को भूकंप के केंद्र के पास केंद्रीय कहमनमारस में नष्ट हुई एक इमारत से दो अन्य लोगों को भी बचाया गया। सेंगुल अबालियोग्लू ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि सब कुछ तबाह हो गया।
अंतक्या (एपी) । तुर्किये और सीरिया में पिछले सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित हुए तीन प्रांतों में मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए बचावकर्मी मंगलवार को भी काम कर रहे हैं। दक्षिण-पूर्वी तुर्की और उत्तरी सीरिया में 6 फरवरी को नौ घंटे के अंतराल पर आए 7.8 और 7.5 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या 35,000 से अधिक हो गई है। लेकिन अभी भी बचावकर्मियों को और शव मिल रहे हैं जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ना तय है।
बचावकार्मियों को अभी भी जिंदा मिल रहे लोगउप राष्ट्रपति फुआत ओकटे ने सोमवार को बताया कि कहरमनमारस (उपरिकेंद्र) और आदियमन सहित हाटे प्रांत में अभी भी बचाव कार्य जारी है। शेष सात प्रांतों में बचाव कार्य समाप्त हो गया है। बता दें कि तुर्किये के आदियामन प्रांत में बचावकर्मियों ने 199 घंटे बाद 18 वर्षीय मोहम्मद कैफर सेटिन को बचाया गया।
वहीं भूकंप के लगभग 198 घंटे बाद मंगलवार को भूकंप के केंद्र के पास केंद्रीय कहमनमारस में नष्ट हुई एक इमारत से दो अन्य लोगों को भी बचाया गया। सेंगुल अबालियोग्लू ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि सब कुछ तबाह हो गया। बेहद बुरी तरह से प्रभावित हाटे में सेंगुल अबालियोग्लू ने अपनी बूढ़ी बहन और चार भतीजों को खो दिया। वह अभी भी वहां इंतजार कर रहे हैं चाहे वह मृत हो या जीवित हो। उन्हें उनकी लाश चाहिए ताकि वे उन्हें दफन कर सकें।
तुर्किये से दो नए आपूर्ति मार्ग खोलने पर सहमतिसंयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को घोषणा की कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर असद ने देश में विपक्षी समूहों के कब्जे वाले उत्तर पश्चिम इलाके में तुर्किये की तरफ से दो जगहों से आपूर्ति मार्ग खोलने पर सहमति जताई है। जिससे भूकंप से प्रभावित लाखों लोगों तक बेहद जरूरी सहायता सामग्री और उपकरण पहुंचाया जा सके। बाब अल-सलाम और अल राय में आपूर्ति मार्ग शुरूआत में तीन महीने के लिए खोले जाएंगे। अभी तक संयुक्त राष्ट्र को इदलिब क्षेत्र में केवल बाब अल-हवा मार्ग से ही आपूर्ति पहुंचाने की अनुमति दी गई थी।
मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने को मजबूर लोगभूकंप ने तुर्की के 10 प्रांतों को सबसे अधिक प्रभावित किया। भूकंप से बचे लोगों को बर्बाद हुए शहरों के बीच भी मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां कई ठंड के मौसम में बाहर सोने को मजबूर हैं। क्षेत्र की अधिकांश जल प्रणाली काम नहीं कर रही है। 41,500 से अधिक इमारतें नष्ट हो गईं हैं या इतनी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं कि उन्हें ध्वस्त करना होगा। तुर्किये में कई लोग इस विनाशकारी तबाही के लिए दोषपूर्ण निर्माण को दोषी ठहरा रहे हैं।