पुलिस ट्रेनिंग कालेज सीतापुर में एएसपी के पद पर तैनात संजय कुमार यादव के खिलाफ बलिया में तैनाती के दौरान जांच की गई थी। निलंबन की अवधि में संजय कुमार यादव लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध रहेंगे।
लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शासन तथा प्रशासन में भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टालरेंस नीति पर कायम हैं। बलिया में तैनात रहे एडीशनल एसपी को भ्रष्टाचार के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निलंबित कर दिया है।
पुलिस ट्रेनिंग कालेज, सीतापुर में एएसपी के पद पर तैनात संजय कुमार यादव के खिलाफ बलिया में तैनाती के दौरान जांच की गई थी। निलंबन की अवधि में संजय कुमार यादव लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध रहेंगे।
बलिया में वर्ष 2021 में तैनात रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार यादव की गाड़ी से राजस्थान पुलिस ने चित्तौडग़ढ़ में अफीम की वसूली के 16 लाख रुपए को बरामद किया था। जिसमे जांच के बाद संजय और उनके भाई शशांक कुमार यादव की संलिप्तता मिली।
उनके भाई की जुलाई 2021 में राजस्थान में गिरफ्तारी हुई थी। उस दौरान वह जिस गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे थे, वह संजय यादव के नाम पर थी। उस पर पुलिस भी लिखा था। उसमें मिठाई के डिब्बों में 16 लाख रुपये बरामद हुए थे।
एसीबी ने की थी कार्रवाई
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने 18 जुलाई 2021 को भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) के अधिकारी डा. शशांक यादव को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया। शशांक गाजीपुर में अफीम फैक्ट्री में महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। उनके पास नीमच (मध्य प्रदेश) फैक्ट्री का भी अतिरिक्त प्रभार था। उन पर रिश्वत लेने का आरोप लगने के बाद एसीबी ने कार्रवाई की।
किसानों से करोड़ों रुपये वसूलने का आरोप
डा. शशांक यादव के साथ ही नीमच फैक्ट्री के कर्मचारी अजीत सिंह व दीपक यादव काफी समय से दलालों के माध्यम से प्रति किसान 60 से 80 हजार रुपये वसूल रहे थे। रिश्वत के बदले अफीम की गुणवत्ता अच्छी बताकर पट्टा दिया जाता था। इसी प्रकार नवीनीकरण भी होता था। राजस्थान के कुछ जनपदों में जो किसान रिश्वत नहीं देते थे, उनकी अफीम घटिया बता दी जाती थी। आरोपितों पर हजारों किसानों से पट्टा दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये वसूलने के आरोप हैं।