चीन के रोवर को मंगल ग्रह तक पहुंचने में सफलता मिली है। देश के पहले रोवर के साथ चीनी एयरक्राफ्ट मंगल ग्रह की सतह पर पहुंच गया है। इसकी पुष्टि शनिवार को चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CNSA) की ओर से की गई।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन के रोवर को मंगल ग्रह तक पहुंचने में सफलता मिली है। देश के पहले रोवर के साथ चीनी एयरक्राफ्ट मंगल ग्रह की सतह पर पहुंच गया है। इसकी पुष्टि शनिवार को चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CNSA) की ओर से की गई। ऑर्बिटर, लैंडर व रोवर के साथ तियानवेन-1 को 23 जून 2020 को लॉन्च किया गया था।
करीब सात माह तक अंतरिक्ष में चक्कर काटने के बाद फरवरी में यह मंगल ग्रह के कक्ष (Mars orbit) में दाखिल हुआ था। 240 किलोग्राम के रोवर में 6 पहिए और 4 सोलर पैनल लगे हैं और यह प्रति घंटे 200 मीटर का चक्कर लगाने में सक्षम है। इसमें एक मल्टी-स्पेक्ट्रल कैमरा समेत 6 साइंटिफिक उपकरण लगे हुए हैं। यहां इसे तीन महीने तक काम करने की संभावना जताई गई है।
हाल में अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात व चीन के स्पेसक्राफ्ट मार्स के कक्ष में दाखिल हुए हैं। करीब 7 अंतरिक्ष में चक्कर काटने के बाद 18 फरवरी को नासा का पर्सेवरेंस रोवर मंगल की सतह पर पहुंचा था। इसने अपने लैंडिंग साइट जजेरो क्रेटर से अब तक कई रोचक तस्वीरें भेजी हैं। इसने मंगल ग्रह का मुआयना करने के लिए एक हेलीकॉप्टर भी छोड़ा। उल्लेखनीय है कि अब तक अमेरिका (USA), रूस (Russia), यूरोपीय संघ (EU) और भारत (India) के स्पेसक्राफ्ट को यहां तक आने में सफलता प्राप्त हुई है। 2014 में यहां तक स्पेसक्राफट भेजने वाला भारत दक्षिण एशिया का पहला देश है।