महंगाई और बेरोजगारी को लेकर समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा को घर से बाहर नहीं निकलने दिया और उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के घर तक भारी पुलिस बल तैनात रहा।
लखनऊ । सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आह्वान पर सपाइयों को विधानभवन के समक्ष बुधवार को प्रदर्शन करना था। प्रदर्शन से पहले ही समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। सपा को बुधवार के दिन महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना था।
पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा के घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया और उन्हें समझा बुझाकर घर में बैठाए रखा। कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौके पर आए, लेकिन पुलिस ने नहीं मिलने दिया और कई कार्यकर्ता पुलिस देखकर पहले ही लाैट गए। प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही बढ़ती पेट्रोल, गैस कीमतों को लेकर नाराजगी जतानी थी।
वहीं सपा कार्यालय में सुबह से ही पार्टी विधायकों, पदाधिकारियों, पार्षदों व सदस्यों को आने का सिलसिला शुरू हो गया था। कई वार्ड से सक्रिय कार्यकर्ता कार्यालय में प्रवेश तो कर गए, लेकिन पुलिस ने फिर कार्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया। वहीं सपा विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि बुधवार को विधानसभा के सामने जन मुद्दाें एवं जन समस्याओं को लेकर होने वाले प्रदर्शन को दमन जुल्म एवं तानाशाही से दबाने की कड़ी आलोचना की है।
मेहरोत्रा ने कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है। विधायक ने आरोप लगाया कि विपक्ष दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। वह दमन से जनता की आवाज दबाना चाहती है। मेहरोत्रा ने कहा कि सड़क से विधानसभा तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उधर कार्यकर्ता व पदाधिकारी विधानसभा तक पहुंचने की जुगत लगा रहे, लेकिन विधानसभा के चारों तरफ पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाए रखी।
रास्ता बंद होने से आम लोगों को हुई परेशानीः विधानभवन के सामने बैरिकेडिंग होने से हुसैनगंज, सचिवालय और हजरतगंज जाने वाले लोगों को राज्यपाल भवन होकर जाना पड़ा। इससे जाम की स्थिति हजरतगंज में सुबह दस बजे से दोपहर तक बनी रही। वहीं कई लोगों ने हजरतगंज व लालबाग में ही अपने वाहन पार्किंग में खड़ा करके मेट्रो से अपने गंतव्य को जा सके।