महिला बिहार प्रांत की रहने वाली बताई जा रही है। आनंदघाट के पंडा ने बताया कि उन्हें लोगों ने महिला के पुल के नीचे बदहवास हालत में पड़े होने की सूचना दी थी। जिस पर उन्होंने महिला को वस्त्र लाकर दिए। फिर उससे पूछा कि क्या घटना हुई तो महिला ने बताया कि चलती ट्रेन से कुछ लोगों ने उसे धक्का दे दिया।
उन्नाव । बिहार प्रांत के सिवान की रहने वाली 45 वर्षीय महिला को चलती ट्रेन से गंगाघाट क्षेत्र में रेलवे पुल से गंगा रेती में फेंक दिया गया। उसने अचलगंज के घिस्सलपुरवा निवासी अपने दामाद पर रुपये व अन्य सामान छीनने के साथ फेंकने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश आने पर उसने रिश्तेदार का नाम लेकर आरोप लगाया। मामला जीआरपी से जुड़ा होने पर सीओ रेलवे लखनऊ ऋषिकेश यादव जिला अस्पताल पहुंचे और महिला के बयान दर्ज किए। महिला की भाषा समझ में न आने से सीओ को बयान दर्ज करने में काफी दिक्कत हुई। पुलिस अचलगंज के घिस्सलपुरवा रवाना हुई है।
गंगाघाट क्षेत्र में रेलवे पुल के नीचे सुबह करीब नौ बजे श्रद्धालुओं व नाविकों ने एक महिला को गंगा की रेती में पड़ा देखा। शरीर में कपड़े न होने से कपड़ों से तन ढकने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही देर में घटनास्थल पर सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। गंगाघाट थाना प्रभारी राजकुमार ने बेहोशी हालत में महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
इलाज के दौरान होश आने पर उसने अपना नाम राजकुमारी निवासी सिवान बिहार प्रांत बताया। गांव का नाम उसने बताया पर भाषा समझ नहीं आई। उसने बताया कि अचलगंज के घिस्सलपुरवा में उसने बेटी की शादी की थी। ससुरालियों से बेटी का विवाद चल रहा है। वह इसी सिलसिले में आई थी। बताया कि उसके पास रुपये व कपड़े थे। दामाद ने सब छीन लिए और उसे चलती ट्रेन से फेंक दिया। उसके द्वारा अधिकांश दी गई जानकारी उसकी भाषा से समझ नहीं आई।
सीओ रेलवे ऋषिकेश यादव ने जिला अस्पताल पहुंचकर महिला से जानकारी ली। पुलिस की एक टीम अचलगंज के लिए रवाना हुई है। गंगाघाट कोतवाल राजकुमार ने बताया कि महिला का उन्नाव के अचलगंज में रहने वाले दामाद से झगड़ा हुआ था। महिला को पुल से फेंका गया है या वह गिरी, इसकी जांच के लिए टीम अचलगंज भेजी गई है।