लेखपाल विपक्षी से सांठ-गांठ कर पीड़िता से हसनगंज तहसील की करा रहे हैं गणेश परिक्रमा। पीड़िता के बार-बार प्रार्थना पत्र देने पर भी आज तक नहीं हुआ निस्तारण। लेखपाल साहब मौके पर जाने को मंजूर नहीं।
आवाज –ए– लखनऊ ~ संवाददाता- महेन्द्र कुमार
हसनगंज (उन्नाव)- जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ भू-माफियाओं दबंगों को मिट्टी में मिलने की बात करते हैं अधिकारी एवं कर्मचारियों की टेबल पर 3 दिन से ज्यादा फाइल ना रोकने की बात करते हैं वहीं राजस्व विभाग के अधिकारी उनके आदेशों की उड़ा रहे हैं खिल्लियां।
बताते चलें मामला हसनगंज तहसील ग्राम पूरा बरौना की निवासिनी पुष्पा पत्नी शिवकुमार ने बताया कि चकरोड निकलवाने के लिए कई बार तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया था उसके बाद क्षेत्रीय लेखपाल ने पीड़िता के मामले में पुष्पा को ही दोषी करार दे दिया पीड़िता के विपक्षी नन्हकू पुत्र महाबली को चकरोड में सांठ-गांठ के चलते अवैध कब्जा करवा दिया जबकि प्रार्थनी और विपक्षी के खेत के मध्य चकरोड सरकारी अभिलेखों में दर्ज है लेकिन लेखपाल साहब प्रार्थनी के बीच खेत में ही चकरोड निकाल रहे हैं खाऊ-कमाऊ नीति के चलते प्रार्थिनी को नहीं मिल पा रहा है उचित न्याय सिर्फ खाना पूर्ति को ही संबंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझते हैं अब देखना यह है कि हसनगंज तहसील दिवस में प्रार्थिनी के द्वारा लिखित शिकायत पत्र देने पर समस्या का निस्तारण होता है या मामले को यूं ही दबा दिया जाएगा।