आयरलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 इंटनरेशनल मुकाबले में रिंकू सिंह ने अपना डेब्यू किया। हालांकि आईपीएल 2023 में अपने बल्ले से धमाल मचाने वाले रिंकू को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। रिंकू ने बताया कि उनकी मां ने उन्हें कड़ी मेहनत करने के लिए काफी प्रेरित किया और उनकी कामयाबी में फैमिली का रोल बेहद अहम रहा।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। आईपीएल 2023 में एक बल्लेबाज रातों-रात सुपरस्टार बना। एक ओवर में पांच छक्के लगाते हुए 25 वर्षीय बैटर ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपने बल्ले के जोर पर खलबली मचा दी। नाम रिंकू सिंह। आयरलैंड के खिलाफ पहले टी-20 मुकाबले में रिंकू ने इंटरनेशनल क्रिकेट की पिच पर पहली बार कदम रखा। बल्लेबाजी करने का मौका तो नहीं मिला, पर सालों की मेहनत और बचपन से देखा सपना जरूर साकार हो गया। हालांकि, रिंकू का यह सफर इतना आसान नहीं था और उन्होंने कई मुश्किलों को पार करते हुए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई।
रिंकू की संघर्ष भरी कहानी
रिंकू सिंह ने जियो सिनेमा के एक शो पर बातचीत करते हुए बताया, “भारतीय टीम से आई इस कॉल को हासिल करने के लिए बहुत खून-पसीना लगा है। खेल के प्रति मेरे पैशन ने मुझे आर्थिक तंगी और बाकी चीजों से ऊपर उठने में मदद की। एक चीज जिसने मेरे अंदर की आग को जलाया रखा वो था मेरी फैमिली को अच्छी लाइफ देना, जो तभी संभव हो सकता था जब मैं स्पोर्ट्स में आगे की सीढ़ियां चढ़ सकूं। मुझे खुद पर भरोसा था और उसने मुझे मजबूत बनाया।”
मां का बलिदान
रिंकू सिंह ने अपनी मां के बलिदान को लेकर बात करते हुए कहा, “वह काफी खुश थे। मेरी मां मुझसे हमेशा ही कड़ी मेहनत करने को कहती थी, ताकि मैं भारतीय टीम में जगह बना सकूं और अब ऐसा हो पाया है। यानी मैं अपनी मां का सपना जी रहा हूं। मेरे परिवार का मेरी यात्रा में काफी बड़ा रोल रहा है। जब मेरे करियर के लिए उनके पास पर्याप्त पैसे नहीं थे, तो मेरी मां ने अन्य लोगों से पैसे उधार लिए ताकि मैं खेल सकूं। आज मैं जो भी हूं वो उनके सपोर्ट की वजह से हूं।”
रिंकू का मोटिवेशन
रिंकू सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान कई सारे चैलेंज को फेस किया। उन्होंने कहा, “मैंने आर्थिक तंगी से अपने परिवार को जूझते हुए देखा था और मैं क्रिकेट के सहारे उनकी मदद करना चाहता था। इस इच्छा ने मुझे पीसते रहने पर मजबूर किया। मैं खुद को कड़ी मेहनत करने के लिए हमेशा मोटिवेट करता रहता हूं।”