ओपी राजभर ने कहा कि बीएसपी प्रमुख मायावती कुशल शासक रही हैं 13 प्रांतों में उनकी पार्टी का जनाधार है और देश में वे एक बड़ा चेहरा है। विपक्ष को मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा मानकर उनको मना लेना चाहिए। जब तक उनको साथ नहीं लेंगे तब तक यहां (यूपी) चाहे ममता बनर्जी केसीआर लालू यादव या चाहे कोई भी आ जाए..यूपी में कोई मतलब नहीं है।
नई दिल्ली: सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने विपक्षी एकता की कवायद में जुटे अखिलेश को फिर आड़े हाथों लेते हुए बीएसपी सुप्रीमों मायावती की तारीफ में कसीदे गढ़े हैं। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने मायावती को कुशल प्रशासक बताया है।
बकौल राजभर, 13 प्रांतों में मायावती और उनकी पार्टी का जनाधार है और देश में वे एक बड़ा चेहरा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा मानकर उनको मना लेना चाहिए। जब तक उनको साथ नहीं लेंगे तब तक यहां (यूपी) चाहे ममता बनर्जी, केसीआर, लालू यादव या चाहे कोई भी आ जाए..यूपी में कोई मतलब नहीं है।
राजभर ने कहा कि मतलब अगर है तो पश्चिम में जयंत चौधरी, पूर्व में ओम प्रकाश राजभर और पूरे प्रदेश में 80% लोकसभा सीट का मतलब है तो बहुजन समाज पार्टी से है इन तीनों के बगैर विपक्षी एकता बेकार है।