इस साल मार्च में आठ बुनियादी क्षेत्रों (कोर सेक्टर) के उत्पादन में 6.8 फीसद की वृद्धि देखने को मिली। सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी ऑफिशियल आंकड़ों के मुताबिक बेस इफेक्ट की वजह से प्राकृतिक गैस स्टील सीमेंट और बिजली के क्षेत्र में उत्पादन में बढ़ोत्तरी देखने को मिली।
नई दिल्ली, पीटीआइ। इस साल मार्च में आठ बुनियादी क्षेत्रों (कोर सेक्टर) के उत्पादन में 6.8 फीसद की वृद्धि देखने को मिली। सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी ऑफिशियल आंकड़ों के मुताबिक बेस इफेक्ट की वजह से प्राकृतिक गैस, स्टील, सीमेंट और बिजली के क्षेत्र में उत्पादन में बढ़ोत्तरी देखने को मिली। पिछले साल मार्च में बुनियादी ढांचा क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों – कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर के उत्पादन में 8.6 फीसद का संकुचन देखने को मिला था।
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक आलोच्य महीने में प्राकृतिक गैस सेक्टर के उत्पादन में 12.3 फीसद की वृद्धि देखने को मिली। इसी तरह स्टील सेक्टर के प्रोडक्शन में 23 फीसद और सीमेंट सेक्टर के उत्पादन में 32.5 फीसद एवं इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में 21.6 फीसद का उछाल देखने को मिला। मार्च, 2020 में इन सेक्टर्स में क्रमशः 15.1 फीसद, 21.9 फीसद, 25.1 फीसद और 8.2 फीसद का संकुचन देखने को मिला था।
हालांकि, आलोच्य तिमाही यानी मार्च, 2021 में कोयला, क्रूड ऑयल, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स और फर्टलाइजर सेग्मेंट में नकारात्मक वृद्धि देखने को मिला।
वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल-मार्च) के दौरान आठ कोर सेक्टर्स के उत्पादन में सात फीसद का संकुचन दर्ज किया। वहीं, वित्त वर्ष 2019-20 में इन आठ प्रमुख उद्योगों के प्रोडक्शन में 0.4 फीसद का उछाल देखने को मिला था।