मुंबई में तेज हवा के साथ भारी बारिश, छह की मौत; उद्धव ने राहत कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश,

मुंबई में तूफान के कारण हुए हादसों में छह लोगों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए। चार जानवरों की भी मौत हो गई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नुकसान का आकलन किया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।

 

मुंबई,  चक्रवाती तूफान टाक्टे का कहर समूचे कोकण क्षेत्र सहित मुंबई महानगर पर भी नजर आया। तूफान के कारण राज्य में अब तक छह लोगों के मारे जाने की खबर है। मुंबई, नई मुंबई व ठाणे में कई कोविड सेंटर को भी तबाही का शिकार होना पड़ा है। मुंबई को पिछले वर्ष भी कोविड काल के दौरान ही समुद्री तूफान निसर्ग का भी सामना करना पड़ा था। समूचे कोकण क्षेत्र में तूफान के कारण रविवार रात से ही भारी बारिश हो रही है। इस दौरान सिंधुदुर्ग जिले के आनंदवाड़ी हार्बर पर दो नावों के डूब जाने की खबर है। दोनों नौकाओं पर सात नाविक सवार थे। इनमें से एक राजाराम कदम को अपनी जान गंवानी पड़ी है। तीन नाविक अभी भी लापता हैं। बाकी तीन सुरक्षित हैं। ठाणे के रेजीडेंट डिप्टी कलेक्टर शिवाजी पाटिल के अनुसार नई मुंबई व उल्हासनगर में भी अलग-अलग घटनाओं में दो लोग मारे गए हैं।

मोटरसाइकिल सवार पर गिरा पेड़

नई मुंबई में मोटरसाइकिल पर जा रहे विशाल नारलकर के ऊपर पेड़ गिर जाने से मौत हो गई, तो उल्सासनगर में एक आटोरिक्शा पर एक बड़ा पेड़ गिर जान से उसमें बैठे दो लोग दब गए। इन दोनों घायलों में से एक की उल्हासनगर सेंट्रल अस्पताल में मौत हो गई। रायगढ़ जनपद में 1,886 घरों को आंशिक क्षति पहुंचने के एवं छह घर पूरी तरह नष्ट होने की सूचना है। रायगढ़, सिंधुदुर्ग व ठाणे के अलावा उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में भी दो लोगों के मारे जाने की खबर है। राज्य सरकार में राज्य मंत्री अदिति तटकरे के अनुसार तटवर्ती सिंधुदुर्ग व रायगढ़ जिलों में तीन हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिसके कारण बड़े पैमाने पर जनहानि रोकी जा सकी है।

114 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा

मुंबई में तूफान के कारण 114 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती देखी गई, जो पिछले कई वर्षों के रिकार्ड के मुताबिक सर्वाधिक है। मुंबई के समुद्र में भी ऊंची-ऊंची लहरें उठती देखी गई हैं। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे के अनुसार मुंबई में बड़ी संख्या में गिर गए पेड़ों को रास्ते से हटाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। मुंबई विमानतल से उड़ानों को भी डायवर्ट करना पड़ा है। तेज बारिश के कारण न सिर्फ मुंबई में वाहनों का आवागमन बाधित रहा, बल्कि महानगर में बनाए गए कुछ जंबो कोविड सेंटरों को भी नुकसान उठाना पड़ा है। इन कोविड सेंटरों से समय रहते बड़ी संख्या में मरीजों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया था। निचले इलाकों में कई जगह जलभराव की स्थिति का सामना भी करना पड़ रहा है।

पीएम मोदी ने उद्धव ठाकरे से की बात

एएनआइ के मुताबिक, तूफान टाक्टे की वजह से मुंबई में सोमवार को भारी बारिश हो रही है। तेज हवा के चलते कई जगहों पर सैकड़ों पेड़ उखड़ कर गिर गए। तूफान के कारण हुए हादसों में छह लोगों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए। चार जानवरों की भी मौत हो गई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नुकसान का आकलन किया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। यह जानकारी महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने दी। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से तूफान से संबंधित स्थिति पर बातचीत की। मुंबई में बारिश के कारण जगह-जगह पानी भरने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। भारी बारिश और हवाओं के कारण मुंबई में शिवसेना भवन के पास पेड़ और बिजली का पोल उखड़ गया। इस बीच, मुंबई एयरपोर्ट को भी बंद कर गिया गया है।

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि तूफान को लेकर महाराष्ट्र सरकार पिछले तीन दिनों से सतर्क है। राज्य आपदा प्रबंधन 24 घंटे काम कर रहा है। सारे जिलों को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है। लगातार बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। बीकेसी के कोविड सेंटर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। 193 मरीजों जिनमें 73 मरीज आइसीयू में थे विभिन्न अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। इससे पहले रविवार को तेज हवा के चलते झोपड़ी पर पेड़ गिरने से दो बहनों की मौत हो गई थी, जबकि एक महिला घायल हो गई थी।

पालघर के जिलाधिकारी ने कहा कि नागरिकों से गुजारिश है कि तूफान की वजह से हवा बहुत तेज रहेगी और तेज बारिश भी होने वाली है। जिले में हाई अलर्ट है। जिनके कच्चे मकान हैं, वे पक्के मकान या जिला परिषद के स्कूल में जाएं। घर से बाहर न जाएं।

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