लखनऊ के गौतमपल्ली इलाके में तीन कालीदास मार्ग पर स्थित हाईकोर्ट के न्यायाधीश राकेश श्रीवास्तव के आवास पर सुरक्षा में तैनात सिपाही को गोली लगी है। हालत गंभीर होने की स्थिति में सिपाही को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
लखनऊ, गौतमपल्ली इलाके में तीन कालीदास मार्ग पर स्थित हाईकोर्ट के न्यायाधीश राकेश श्रीवास्तव के आवास के बाहर गार्द ड्यूटी में लगे सिपाही मनोज मौर्या को संदिग्ध हालात में गोली लग गई गई। घटना मंगलवार तड़के करीब 3:30 बजे की है। सिपाही को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। सिपाही मनोज मूल रूप से उतरौला गोंडा के रहने वाले हैं।
एडीसीपी सेंट्रल राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक सिपाही पीएसी 30 बटालियन में तैनात था। वह न्यायाधीश के घर के बाहर गार्द ड्यूटी में तैनात था। तड़के करीब 3:30 बजे वह संत्री ड्यूटी पर पहरा दे रहा था। इस बीच उसकी एसएलआर (सेल्फ लोडिंग राइफल) हाथ से छूटकर गिर गई। राइफल लाक नहीं थी। इस बीच गोली चली और उसकी थोढ़ी में लग गई। गोली की आवाज सुनते ही बैरक में गार्द में मौजूद अन्य सिपाही दौड़े। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही गौतमपल्ली इंस्पेक्टर पुलिस बल के साथ पहुंचे। वह सिपाही सिविल लेकर गए। सिविल से हालत नाजुक देख उसे ट्रामा रेफर कर दिया गया। ट्रामा में सिपाही की हालत गंभीर बताई जा रही है।
रात एक से चार बजे की ड्यूटी पर था: एडीसीपी ने बताया कि गार्द ड्यूटी तीन-तीन घंटे की शिफ्ट में लगती है। सिपाही मनोज रात एक बजे से चार की ड्यूटी पर था। ड्यूटी छूटने से करीब आधे घंटे पहले हादसा हो गया। सिपाही के घर वालों को सूचना दे दी गई है। वह 2018 बैच का सिपाही है।
सिपाही ने बयान में कहा कि राइफल हाथ से छूटकर गिर गई थी: एडीसीपी ने बताया कि गोली लगने के बाद सिपाही मनोज होश में था। उससे पूछताछ भी हुई कि गोली कैसे लगी। उसने अपने बयान में बताया है कि राइफल हाथ से छूटकर गिर गई थी। जिससे एकाएक गोली चली और उसी थोढ़ी में लग गई। मामले की अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।
हाई सिक्योरिटी जोन में गोली चलने से अफरा-तफरी: तीन कालीदास मार्ग हाई सिक्योरिटी जोन है। तड़के एकाएक गोली चलने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटनास्थल के आस पास आलाअफसर और मंत्री और नामचीन लोग रहते हैं। सूचना मिलते ही आनन फानन पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की जांच शुरू कर दी।