मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की अपील- महापौर और पार्षद भी गोद लें एक-एक सीएचसी व पीएचसी,

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण तीसरी से मुकाबले की तैयारी के साथ ही सरकार स्वच्छता व आधारभूत सुविधाओं पर जोर दे रही है। इसी के तहत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी महापौर स्थानीय निकाय अध्यक्ष और पार्षदों से ऑनलाइन संवाद किया।

 

लखनऊ । कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण, तीसरी से मुकाबले की तैयारी के साथ ही सरकार स्वच्छता व आधारभूत सुविधाओं पर जोर दे रही है। इसी के तहत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी महापौर, स्थानीय निकाय अध्यक्ष और पार्षदों से ऑनलाइन संवाद किया। महापौर का जोर आधारभूत सुविधाओं पर था तो मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से एक-एक सामुदायिक-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सब सेंटर, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर को गोद लेने की अपील की।

गुरुवार शाम को आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सभी नगरीय स्थानीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष और पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल, सीवेज, सड़क, जल निकासी आदि की व्यवस्थाएं करें। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की नियमित समीक्षा की जाए। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था करें और सभी नगरीय निकायों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट प्राथमिकता पर बनाए जाएं। सीएचसी, पीएचसी, आंगनबाड़ी और प्राथमिक विद्यालयों में नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था रहे।

 

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे कोरोना से संक्रमित होने के बावजूद कोरोना प्रबंधन और नियंत्रण के लिए नियमित मार्गदर्शन देते रहे। निगरानी समितियों ने प्रदेश में अच्छा काम किया है। राज्यपाल ने कहा कि संभावित तीसरी लहर के बारे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह बच्चों को प्रभावित करेगी, इसलिए जरूरी है कि महापौर, अध्यक्ष और पार्षद माताओं का सम्मेलन कर जागरूक करें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में जिस प्रतिबद्धता के साथ आप सभी ने कोरोना के खिलाफ देश-प्रदेश की लड़ाई को मजबूती से लडऩे में अपना योगदान दिया है, वह अत्यंत सराहनीय है। 17 नगर निगम, 700 से अधिक अन्य नगरीय निकाय और 12000 से अधिक पार्षदों को राज्यपाल का मार्गदर्शन मिला है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है और अब बरसात का मौसम भी आ रहा है। ऐसे में हमें कोविड के साथ-साथ विषाणुजनित, जलजनित बीमारियों के संक्रमण को भी रोकने के लिए अभी से प्रयास करने होंगे। प्रत्येक नगरीय निकाय में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन के साथ-साथ सप्ताह में कम से कम दो से तीन दिन फागिंग कराई जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों से अपील की कि अपने क्षेत्र के सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में से एक-एक को गोद लें और वहां नियमित निरीक्षण करें। इसके लिए आने वाले दिनों में एक पोर्टल विकसित किया जाएगा।

सभी निकाय बनाएं इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम : सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के दस शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत कराए जा रहे विकास कार्यों में और तेजी लाई जाए। सभी नगरीय निकाय अपने स्तर पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना करें। कहा कि निराश्रित गोवंश सड़क पर न घूमें। कार्यक्रम को नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा. रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद और सूचना निदेशक शिशिर भी उपस्थित थे।

 

इन जनप्रतिनिधियों से की बात : बरेली के महापौर डा. उमेश गौतम, कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय, मीरजापुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष मनोज जायसवाल, देवरिया नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष अलका ङ्क्षसह और नगर पंचायत बड़ागांव झांसी के अध्यक्ष दयाराम कुशवाहा।

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