यूपी एटीएस को 46 नए फाइटर मिल गए हैं। एटीएस के स्पाट में स्पेशल टैक्टिस कोर्स पूरा करने के बाद अब इन जांबाजों को तैनाती मिलेगी। सभी को स्पाट में तैनात किया जाएगा। एटीएस इन फाइटर से अब स्पाट की नई टीमें गठित करेगा।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (यूपी एटीएस) को 46 नए फाइटर मिल गए हैं। एटीएस के स्पाट (स्पेशल पुलिस आपरेशन टीम) में स्पेशल टैक्टिस कोर्स पूरा करने के बाद अब इन जांबाजों को तैनाती मिलेगी। सभी को स्पाट में तैनात किया जाएगा। एटीएस इन फाइटर से अब स्पाट की नई टीमें गठित करेगा। आइजी एटीएस जीके गोस्वामी ने प्रशिक्षण के दौरान सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले छह फाइटर को पुरस्कृत भी किया।
एटीएस मुख्यालय में स्पाट के सातवें व आठवें स्पेशल टैक्टिस कोर्स का समापन हो गया है। कोरोना संक्रमण के चलते छठा कोर्स प्रभावित हुआ था, जिसे अब सातवें कोर्स के साथ पूरा कराया गया है। जवानों को करीब तीन माह का प्रशिक्षण दिया गया। इनमें एक माह का प्रारंभिक इंडक्शन कोर्स पूरा करने वाले जवान शामिल किए गए थे। प्रशिक्षण के दौरान फाइटर्स की कार्यदक्षता, शारीरिक व मानसिक क्षमता व हाई रिस्क आपरेशन को अंजाम देने का कौशल सिखाया गया।
प्रशिक्षुओं को कांबैट फिटनेस ट्रेनिंग (सीएफटी), प्राक्सिमेट यूज आफ फोर्स (पीयूएफ) व फायर आर्म ट्रेनिंग (एफएटी) कराई गई। खासकर उन्हें एक गोली एक दुश्मन के मानक को पूरा करने के लिए अचूक निशानेबाजी के गुर भी सिखाए गए। फाइटर को देहरादून स्थित बीएसएफ के ट्रेनिंग सेंटर में एडवांस एडवेंचर ट्रेनिंग भी कराई गई थी। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों में बेस्ट आफ ओवरआल रहे आरक्षी अरविंद कुमार, उप विजेता आरक्षी शिवम सिंह व धर्मेंद्र कुमार, लिखित परीक्षा में अव्वल आरक्षी संध्या पाल, बेस्ट इन फायर आर्म आरक्षी घनश्याम व बेस्ट इन टेक्टिस आरक्षी संजय भारती को पुरस्कृत किया गया। वर्तमान में लखनऊ, नोएडा व अयोध्या में एटीएस की स्पाट मुस्तैद है। जल्द इसका विस्तार होगा।
आइजी एटीएस जीके गोस्वामी के मुताबिक इस ट्रेनिंग से फाइटर न केवल शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे बल्कि किसी भी विषम परिस्थिति जैसे अर्बन वारफेयर, एंटी हाईजैकिंग व होस्टेज से निपटने में सक्षम हो चुके हैं। फाइटर्स की फायरिंग दक्षता को बढांने के लिए इन्हे डबल टैप, कवर फायर, स्ट्रेस फायर में निपूर्ण बनाया गया है। जिससे वह एक गोली एक दुश्मन के मानक को पूरा कर आपात परिस्थिति में भी अचूक निशाना लगा सकें।