प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सभी एआरटीओ को निर्देशित किया है कि वे अनिवार्य रूप से 11 से दो बजे तक कार्यालय में आमजनों की समस्या का निरस्तारण करें। उन्होंने कहा आम जनता को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
लखनऊ । परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सभी सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों (एआरटीओ) को प्रत्येक कार्य दिवस में दिन में 11 से दो बजे तक अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित होकर आमजन व वाहन स्वामियों की समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजनों से मिलने का नियमित समय इसलिए रखा गया है ताकि सभी को इसकी जानकारी हो जाए।
उन्होंने चालान को समयबद्ध तरीके से क्राइम रजिस्टर में निर्धारित कालमों के अलावा आधी-अधूरी सूचनाएं अंकित करने पर भी नाराजगी जताई। प्रदेश के 19 जिलों में आरटीओ बैठते हैं, इन्हीं के अधीन प्रदेश के सभी जिलों में एआरटीओ बैठते हैं। कई स्थानों पर एआरटीओ के विलंब से आने की शिकायतें भी मिल रही थीं। इसलिए परिवहन मंत्री ने एआरटीओ को समय पर आफिस आने के साथ ही आमजनों से मिलने का समय तय कर दिया है।
मंत्री ने विधान भवन स्थित कार्यालय कक्ष में कहा कि आरटीओ व एआरटीओ कार्यालयों के निरीक्षण में यह पाया गया कि अधिकतर जगह प्रवर्तन शाखा के अधिकारी क्राइम रजिस्टर भरने के मामले में लापरवाही बरत रहे हैं। यह तरीका उचित नहीं है। इसके अलावा कौन से मामले न्यायालय को संदर्भित किए गए और किसके आदेश से भेजे गए। यह भी नहीं लिखा जा रहा है।
परिवहन मंत्री ने यह भी कहा कि जिले में पंजीकृत वाहनों से बकाया वसूला जाए। इस तरह के प्रकरणों में किसी भी स्तर की लापरवाही बरतने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह मंत्री का पद संभालने के बाद से ही लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं। साथ ही कई बार औचक निरीक्षण पर बस अड्डों पर पहुंच जाते हैं।