उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के प्रयासों के बाद भी स्वास्थ्य सेवाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को हरदोई मेडिकल कॉलेज के आकस्मिक चिकित्सा वार्ड में छत टपक रही थी और मोबाइल टॉच की रोशनी में मरीज का इलाज हो रहा था। प्राचार्य ने बताया कि छत की मरम्मत का कार्य चल रहा है।
हरदोई, मेडिकल कालेज में कहने को तो सभी इंतजाम हैं, लेकिन हकीकत दावों की पोल खोल रही है। 24 घंटे बिजली की व्यवस्था एक बार फिर बरसात में धड़ाम हो गई और मोबाइल टार्च की रोशनी में मरीजों का उपचार किया गया तो बारिश में छतों से पानी टपकने लगा, जिससे परेशान तीमारदार अपने मरीजों के पलंग को इधर-उधर हटाते रहे। चिकित्सालय के जिम्मेदारों ने मरीजों की परेशानी की सुध तक नहीं ली। ऐसा पहली बार नहीं हुआ, अक्सर यही होता है।
मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला चिकित्सालय में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा बिजली गुल होने पर जनरेटर के साथ ही वार्डों में इन्वर्टर लगाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी बारिश होने पर बिजली गुल हो जाती है और स्वास्थ्य कर्मियों को मोबाइल टार्च की रोशनी में मरीजों का उपचार करना पड़ता है। गुरुवार शाम को हुई बारिश के कारण जिला चिकित्सालय की बिजली आधे घंटे तक गुल रही।
आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में आए मरीजों का स्वास्थ्य कर्मियों को मोबाइल टार्च की रोशनी में उपचार करना पड़ा। टार्च की रोशनी में मरीज का उपचार करते हुए वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। वहीं आकस्मिक चिकित्सा वार्ड को रेड, यलो और ग्रीन जोन में बांटा गया है, जिसमें ग्रीन जोन में टिनशेड पड़ा हुआ है। टिनशेड में तो पानी टपकता ही है।
इसके अलावा रेड और ग्रीन जोन की छत से भी पानी टपकता है, जिस कारण तीमारदारों को अपने-अपने मरीजों के पलंग इधर-उधर हटाने पड़ते हैं। वहीं रेड जोन में रखे आधुनिक उपकरणों को गत्ते आदि से ढकना पड़ता है, जिससे आधुनिक उपकरण खराब न हों। बारिश होने पर यह समस्या होती है, लेकिन इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।
आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में बारिश में छत से पानी टपकने की जानकारी हुई है। छत की सफाई कराकर मरम्मत कराई जाएगी
डा. आर्य देश दीपक, प्राचार्य