प्रो.रीता जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए भाजपा से टिकट मांग रही हैं। इसके लिए उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री तथा भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से नई दिल्ली में मुलाकात की। काफी देर तक प्रदेश प्रभारी से उनकी इस बारे में वार्ता हुई है।
प्रयागराज, इलाहाबाद लोकसभा सीट से भाजपा सांसद प्रो.रीता बहुगुणा जोशी के रुख से राजनीतिक गलियारे में हलचल बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी तथा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की बहन प्रो.रीता जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए भाजपा से टिकट मांग रही हैं। इसके लिए उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री तथा भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से नई दिल्ली में मुलाकात की। काफी देर तक प्रदेश प्रभारी से उनकी इस बारे में वार्ता हुई है।
लखनऊ कैंट से चाहते हैं भाजपा से टिकट
इस मसले पर पता चला है कि भाजपा के यूपी प्रभारी से प्रो.जोशी ने बेटे के लिए टिकट की मांग रखी। वैसे डा.रीता बहुगुणा का कहना है कि पार्टी से बेटे के लिए उन्होंने कोई पैरवी नहीं की है। बोलीं, वह तो प्रदेश प्रभारी को प्रयागराज के हालात बताने गई थीं। उनका बेटा लखनऊ कैंट से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहा है। ये उसका अधिकार है। बीजेपी के पास उसकी प्रोफाइल है, पार्टी मंथन करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। डा. जोशी ने फोन पर जागरण से कहा कि वह नाराज नहीं हैं। इसमें कोई नाराजगी का मुद्दा ही नहीं है। बेटे ने टिकट मांगा है को यह देना नहीं देना पार्टी हाईकमान का काम है। बीजेपी प्रयागराज के महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने भी कहा कि सांसद की तरफ से इस मसले पर नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है।
पहले यूपी सरकार में थीं कैबिनेट मंत्री
डा.रीता बहुगुणा जोशी पहले यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री थीं। वर्ष 2019 में इलाहाबाद संसदीय सीट से पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। विजयी होने पर मंत्री पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहीं डा.जोशी महापौर भी रह चुकी हैैं। वह पहले सपा और बाद में कांग्रेस में थीं। फिर भाजपा में शामिल हो गई थीं।