उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा था कि परीक्षाओं के संबंध में मई के पहले सप्ताह में बैठक करके निर्णय लिया जाएगा। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा के अफसर व मंत्री तक संक्रमण की गिरफ्त में आ गए ऐसे में बैठक अभी नहीं हो रही है।
लखनऊ, कोरोना संक्रमण निरंतर बढ़ने की वजह से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। जिस तरह के हालात हैं उसमें अभी किसी तरह का कार्यक्रम घोषित करने की भी उम्मीद नहीं है, क्योंकि उपमुख्यमंत्री समेत विभागीय बड़े अफसर संक्रमण की चपेट में हैं साथ ही माध्यमिक कालेजों की ऑनलाइन पढ़ाई तक बंद है। इस माह परीक्षा कार्यक्रम घोषित नहीं होगा। संकेत है कि हालात में सुधार होने पर ही इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षाएं पहले त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव और फिर कोरोना संक्रमण की वजह से स्थगित चल रही हैं। शासन ने 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के लिए दो बार परीक्षा कार्यक्रम जारी किया था। पहली बार परीक्षाएं 24 अप्रैल से और दूसरी बार आठ मई से होना प्रस्तावित थी। हाई कोर्ट के आदेश पर पंचायत चुनाव की तारीखें घोषित होने व दूसरी बार कोविड-19 का प्रकोप बढ़ने से परीक्षाओं को स्थगित किया गया।
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने अप्रैल माह में कहा था कि परीक्षाओं के संबंध में मई के पहले सप्ताह में बैठक करके निर्णय लिया जाएगा। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा के अफसर व मंत्री तक संक्रमण की गिरफ्त में आ गए, ऐसे में बैठक अभी नहीं हो रही है। कहा जा रहा है कि हालात सुधरने पर मुख्यमंत्री इस संबंध में फैसला करेंगे। परीक्षाएं अब जून के अंत या फिर जुलाई में ही संभावित हैं।
बता दें कि सीबीएसई व आइसीएसई बोर्ड भी परीक्षाएं स्थगित कर चुका है। सीबीएसई ने तो हाईस्कूल की परीक्षा रद कर दी है और इंटर की परीक्षाओं पर जून में निर्णय होगा। परीक्षार्थी सीबीएसई की तर्ज पर यूपी बोर्ड से भी निर्णय की उम्मीद लगाए थे लेकिन, दोनों का परीक्षा ढांचा अलग होने से एक जैसे निर्णय की उम्मीद नहीं है, बल्कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं देर से ही सही होने की उम्मीद है।