उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में आज से मौसम विभाग ने झमाझम बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में गुरुवार से ही बारिश का सिलसिला शुरु हो गया जो शुक्रवार को भी जारी रहा। बारिश से गर्मी से तो राहत मिली लेकिन उमस में बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग ने बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की है।
लखनऊ, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, औरैया, उन्नाव सहित प्रदेश के 40 से अधिक शहरों में गुरुवार शाम से शुरु हुई बारिश का सिलसिला शुक्रवार सुबह भी जारी रहा। बता दें कि मौसम विभाग ने आज से पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का अलर्ट जारी किया था। आज उत्तराखंड और नेपाल से सटे और तराई बेल्ट से जुड़े लगभग सभी जिलों और कानपुर जालौन और हमीरपुर में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले दो दिनों से आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादल गुरुवार की देर शाम उम्मीदों की वर्षा लेकर आए। गरज चमक व तेज हवा के साथ बारिश शुरू हुई। आम जनमानस को गर्मी व उमस से राहत तो मिली ही। किसानों के चेहरों पर मुस्कान दौड़ गई। इस समय पानी की एक-एक बूंद खरीफ की बोआई के लिए अमूल्य है। सुबह से ही आसमान में बादल घुमड़ने शुरू हो गए। लोगों की निगाहें टिकीं रहीं कि कब तेज वर्षा हो। बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी का क्रम जारी रहा। कभी धूप तो कभी छांव की आंख मिचौली बनी रही।
दोपहर बाद पूरब दिशा से काले बादल घुमड़ते नजर आए। किसानों का मानना है कि यदि पूर्व की ओर से काली घटाएं उठती दिखें तो वह बरसतीं जरूर है। यह सच भी हो गईं, जब देर शाम वर्षा शुरू हो गई। कंचौसी क्षेत्र में दो घंटे वर्षा होने से खेत जलमग्न हो गए। गांव की गलियां लबालब नजर आई। किसान दिनेश, मनोज, अनोज व धर्मपाल सिंह का कहना है कि आषाढ़ मास के अंत में हुई वर्षा धान की फसल के लिए सोना है। खेतों में धान की रोपाई शुरू हो जाएगी। यह समय भी इसके लिए अनुकूल है।
वाराणसी में लगातार कई दिनों से हो रही भीषण गर्मी पर कुछ दिनों से विराम लगा है। कई दिनों से आसमान में बादल छा रहे हैं और कम या अधिक रोज बारिश भी हो रही है। शुक्रवार की सुबह गरज के साथ झमाझम बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ऐसा मौसम अभी एक-दो दिन और रहेगा। लगातार कई दिनों से मौसम में हुए बदलाव के कारण अधिकतम तापमान में भी भारी गिरावट हुई है।
बता दें कि गुरुवार को अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। इतना तापमान तो कुछ दिन पहले न्यूनतम का ही रहता था। खैर, पारे में गिरावट होने से मौसम सुहाना हो गया है। लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। वहीं न्यूनतम तापमान भी गिरकर 27.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। बीएचयू के प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि यह मानसूनी बारिश है। अभी एक-दो दिन ऐसे ही मौसम बना रहेगा। बीच-बीच में बारिश होती रहेगी।