बदायूं में हिस्ट्रीशीटर भोला की बात सुनकर थानेदार चौंक गए। भोला ने साफ तौर पर कहा कि सरकार बदलने की उम्मीद थी तो लूट शुरू कर दी थी। इसके साथ ही उसने पुलिस पर भी दबाव बनाने की कोशिश की।
बरेली, बदायूं में मतदान के बाद अचानक लूट की वारदात बढ़ गई थीं। शनिवार को कादरचौक पुलिस ने अलापुर के हिस्ट्रीशीटर साधू यादव को लूट के मामलों में जेल भेजा है। इससे पहले हिस्ट्रीशीटर भोला ने चौंकाने वाली बात कहीं। वह बोला अच्छा किया कि गिरफ्तार कर लिया, नहीं तो एंकाउंटर हो सकता था। सरकार बदलने की उम्मीद थी, इसके चलते ही लूट शुरू कर दी थीं। दूधिया भाइयों को इसी जोश में लूट लिया था। हिस्ट्रीशीटर ने जिले में हुई कई लूट की वारदात को करने की बात कुबूल की है।
छह मार्च को कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव देवीनगला निवासी कुलदीप और राजू दोनों भाइयों को मारपीट और गोली मारकर लूट की वारदात और अलापुर थाना क्षेत्र के जगत में 22 मार्च को रोड होल्डअप की वारदात में एक एक कर पांच लोगों को शिकार बनाना, दोनों ही वारदात इसी साधू यादव के गिरोह ने अंजाम दी थीं। कादरचौक पुलिस इसकी तलाश में कई दिनों लगी थी। तीन दिन पहले यह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस ने इसका आपराधिक इतिहास देखा तो दंग रह गई। इस साधू यादव के खिलाफ जिले भर के थानों में कुल 27 मुकदमे दर्ज हैं। पूछताछ में उसने बताया कि इन दिनों लूट के अलावा उसने अन्य वारदातों को भी अंजाम दिया है। उसने बताया कि उसके साथ उसके रिश्तेदार अलापुर थाना के गांव अठर्रा कुनिया निवासी वीरेंद्र उर्फ वीला पुत्र राजेश्वर व शीलेंद्र पुत्र अहलकार भी शामिल थे। वह सभी मिलकर लूट की वारदात करते थे।
जेल जाने से पहले उसने बताया कि माहौल देख कर लग रहा था कि सरकार इस बार बदल जाएगी और वह कुछ भी करता रहे कोई उसका कुछ नहीं कर पाएगा। इसके चलते ही उसने सबसे पहले दूधिया भाइयों को लूटा था। लेकिन सरकार नहीं बदली तो वह डर गया था कि कहीं एंकाउंटर न हो जाए। लेकिन यह अच्छा रहा कि पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित भोला को जेल भेज दिया। पुलिस ने उसके पास से वारदात में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस भी बरामद किए हैं। वहीं उसके दो फरार साथियों की तलाश की जा रही है।
क्षेत्र के लोगों में था साधू का भय
साधू यादव के खौफ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लूट के बाद पीड़ितों ने जब उसका नाम सुना तो वह पलट गए थे। दूधिया ने भी उसे पहचानने से इन्कार कर दिया था। वहीं अलापुर में जो रोड होल्डअप हुआ था। उसके पीड़ित भी सामने नहीं आ रहे थे। लेकिन पुलिस ने जब दूधिया और साधू यादव को सामने बैठाकर पूछताछ की तो साधू ने खुद ही कुबूल लिया कि उसने ही इन लोगों को लूटा था। इसके बाद दूधिया ने भी उसकी पहचान की। वहीं अलापुर मामले में वहां की भी पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लिए हुए हैं। बताया जा रहा है कि साधू के दोनों रिश्तेदार हैं।
अलापुर पुलिस से लड़ गया था साधू
अलापुर पुुलिस को जब मालूम चला कि साधू यादव कादरचौक पुलिस के पास है। इस पर अलापुर पुलिस साधू यादव से बातचीत करने पहुंची। सूत्र बताते हैं कि यहां साधू यादव अलापुर पुलिस से भिड़ गया। वह चीखने लगा था कि दो चार और मुकदमे ले आओ और वह भी लगा दो। बाद में उसने अलापुर के जगत में रोड होल्डअप की वारदात भी कुबूल की।
साधू यादव एक बेहद शातिर किस्म का अपराधी है। इसके खिलाफ 27 मुकदमे दर्ज हैं और यह अलापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। गिरफ्तारी के बाद उसने लूट की कई वारदात करना कुबूल किया है। उसे शनिवार को जेल भेज दिया गया। जल्द ही उसके गिरोह के अन्य साथियों को जेल भेजा जाएगा। – प्रवीण सिंह चौहान, एसपी सिटी