रंगोली होटल के बेस्ट बिरयानी रेस्टोरेंट में लगी आग, खाना खाने के दौरान युवक की जलकर मौत

लखनऊ के चारबाग स्थित रंगोली होटल के बेस्ट बिरयानी रेस्टोरेंट में गुरुवार देर रात आग लग गई। इस दौरान रेस्‍टोरेंट में बैठकर खाना खा रहे दो युवक तेज लपटों में घिर गए। ज‍िसमें से एक की जलकर मौत हो गई वहीं एक गंभीर रूप से झुलस गया।

 

लखनऊ,  लेवाना होटल में लगी आग की आंच अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि गुरुवार देर रात में हुसैनगंज स्थित रंगोली होटल के भूतल पर रेस्टारेंट में आग लग गई। आग सिलेंडर में लगी थी। देखते ही देखते आग ने रेस्टोरेंट को चपेटे में में ले लिया। रेस्टोरेंट में नासिक निवासी प्रकाश सुधाकर और बादशाह शेख खाना खा रहे थे। अग्निकांड में प्रकाश सुधाकर की मौत हो गई, जबकि बादशाह झुलस गए। दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया।

खाना खाने के दौरान अचानक मच गई चीख पुकारपुलिस एडीसीपी मध्य राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नासिक निवासी प्रकाश सुधाकर अपने साथी बादशाह के साथ रंगोली होटल में ठहरे थे।

प्रकाश के साथ अन्य साथी भी होटल के कमरों में मौजूद थे। सभी प्रतापगढ़ एक शादी समारोह में शामिल होकर लौटे थे। थकान ज्यादा होने के कारण होटल बुक किया था।

शुक्रवार को सभी को वापस नासिक जाना था। रात में भूख लगने पर प्रकाश और बादशाह होटल के नीचे बने बेस्ट बिरयानी रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे।

आग लगने के दौरान दोनों रेस्टोरेंट में फंस गए। बादशाह ने किसी तरह वहां से निकलकर अपनी जान बचाई। वहीं, प्रकाश भागकर भीतर बने स्टोर रूम में छिप गए। इस बीच आग ने विकराल रूप ले लिया।

दकमल की दो गाड़ियां वहां पहुंची और आग पर काबू पाया गया। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने तलाशी शुरू की तो स्टोर रूम में प्रकाश बेसुध पड़े थे।

होटल में नहीं थे आग से बचाव के उपकरणप्रकाश को निकालकर सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रेस्टोरेंट में आग से बचाव के उपकरण नहीं थे। यही वजह है कि आग पर तुरंत काबू नहीं पाया जा सका। अभी हाल में ही होटल लेवाना में आग लगी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। होटल में आग से बचाव के उपाय नहीं थे और नक्शा भी पास नहीं था। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में कई अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए गए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भी हुई थी। होटलों और कांप्लेक्स में आग से बचाव के उपाय अनिवार्य करने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके हुसैनगंज, चारबाग, नाका, अमीनाबाद व गोमतीनगर समेत कई इलाकों में नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यही वजह है कि आए दिन आग लगने की घटनाएं हो रही हैं।

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