वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के क्रम में अदालत के आदेश पर रविवार को दूसरे दिन भी एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही जारी रही। इस दौरान भारी सुरक्षा बलों की मौके पर तैनाती की गई है।
वाराणसी, ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के भीतर और बाहर सर्वे के लिए रविवार को दूसरे दिन भी एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही की गई। इस दौरान दोनों पक्ष के अधिवक्ता मौजूद रहे। रविवार को मंदिर में दर्शन पूजन के लिए भारी भीड़ को देखते हुए दूसरे दिन सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई। वहीं तय समय आठ बजे के पूर्व ही वादी अधिवक्ता चौक थाने से ज्ञानवापी के लिए निकले तो उनके साथ स्पेशल एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह और जितेंद्र सिंह बिसेन भी मौजूद रहे। जबकि साढ़े आठ बजे के बाद पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। रविवार को 12 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बनी हुई। प्रशासिनक सूत्रों के अनुसार तहखाने के एक हिस्से की वीडियोग्राफी शनिवार को नहीं हो पाई थी उसे रविवार को खोला गया तो उसमें मिट्टी भरी मिलने की जानकारी सामने आई है। वहीं गुम्बद के वीडियोग्राफी के लिए ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया।
विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए द्वार संख्या एक स्थित अन्नपूर्णा मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी तो सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त बलों को मोर्चा संभालना पड़ा। रविवार की कार्यवाही के क्रम में सुबह 8-15 बजे मस्जिद के गुंबद की वीडियो फोटोग्राफी के साथ शुरू हुई। वीडियोग्राफी के दौरान एक दीवार पर सफेदी रंगी होने की जानकारी मिलने पर वादी पक्ष ने करीब से इसकी जांच की। सुबह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ 52 लोगों की टीम ज्ञानवापी की छत और परिसर के अलावा गुंबद संग बाहर की दीवारों आदि की वीडियोग्राफी को पूरा करा रही है। अदालत के निर्देशों के अनुसार दोपहर 12 बजे तक एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी के अनुसार शनिवार तक 50 फीसद तक सर्वे हो चुका है। शेष सर्वे का काम रविवार को पूरा किया जा रहा है। अब सर्वे का काम रविवार को भी पूरा नहीं हो सकेगा तो आगे की संभावनाओं को तलाशने के लिए कोर्ट से सर्वे को और आगे बढ़ाने की अनुमति मांगी जाएगी। हालांकि, टीम के अनुसार इसकी संभावनाएं काफी कम हैं। वहीं सर्वे के बाद दोपहर 12 बजे टीम बाहर आने के बाद ही पूरी रिपोर्ट दे सकती है कि कहां कहां सर्वे किया गया।
यह था प्रकरण : वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर स्थित माता शृंगार गौरी के नियमित दर्शन और पूजन के साथ परिसर में मौजूद अन्य देवी देवताओं के विग्रहों को सरंक्षित करने की याचिका राखी सिंह, मंजू व्यास, सीता साहू, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी ने बीते वर्ष 18 अगस्त 2021 को लगाई थी। वाराणसी में सिविल जज सीनियर डिवीजन के यहां याचिका दाखिल होने के बाद से लगातार सुनवाई जारी थी।