लखनऊ के गुरुद्वारा नाका हिंडोला की अनूठी पहल, पहले टीका लगवाइए…फ‍िर लंगर छकिए

मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से पहले दिन 300 लोगों के लिए वैक्सीन दी गई और एक सप्ताह के लिए लगाने की अनुमति दी गई। लोगों में उत्साह देख इसे बढ़कर पहले 400 फिर 600 और एक जुलाई से एक हजार कर दिया गया।

 

लखनऊ । कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लगाना जरूरी है। वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से अनूठी पहल की गई है। गुरुद्वारा नाका हिंडोला में वैक्सीन लगाने वालों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई है। हर दिन 300 से 400 लोग लंगर छंकते हैं। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत ने बताया कि 13 जून से गुरुद्वारे में वैक्सीनेशन शुरू किया गया। सोमवार से शनिवार तक टीकाकरण चलता है। 18 से 44 और 45 के पार के लिए अलग-अलग शिविर लगा है। सुबह बजे से 10 से शाम चार बजे तक होने वाले टीकाकरण के दौरान दोपहर में चिकित्सकों और आम लोगों के लिए लंगर की सेवा की जाती है। हरविंदर पाल सिंह नीटा, कुलदीप सिंह, हरमिंदर सिंह टीटू, जसबीर सिंह, रंजीत सिंह, दीपक सिंह, मनप्रीत सिंह के अलावा खालसा इंटर कालेज के प्रधानाचार्य वीरेंद्र सिंह शिक्षकों के साथ लंगर सेवा करते हैं।

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15 हजार का हो चुका टीकाकरण :  मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से पहले दिन 300 लोगों के लिए वैक्सीन दी गई और एक सप्ताह के लिए लगाने की अनुमति दी गई। लोगों में उत्साह देख इसे बढ़कर पहले 400 फिर 600 और एक जुलाई से एक हजार कर दिया गया। हालांकि इस सप्ताह से इसे 800 कर दिया गया। अब तक एक महीने में करीब 15 हजार लोगों का टीकाकरण अकेले गुरुद्वारे में हो चुका है। नगरीय स्वास्थ्य केंद्र ऐशबाग के चिकित्सकों की देखरेख में टीकाकरण चल रहा है। स्वास्थ्य केंद्र के सौरभ व अपूर्वा के अलावा कई लोग टीकाकरण कर रहे हैं। टीकाकरण कराने आए संदीप, रोहित, राजकुमार व गीता का कहना है कि लंगर सेवा करके सिख समाज ने लोगों को प्रोत्साहित किया है। गुरुद्वारे की पहल सराहनीय है।

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गुरुद्वारा सदर में टीकाकरण के साथ हो रही कोरोना की जांच : गुरुद्वारा सदर में एक मई से कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए आरटीपीसीआर जांच शिविर लगा है। गुरुद्वारे के अध्यक्ष हरपाल सिंह जग्गी ने बताया कि अब तक करीब पांच हजार लोगों की कोरोना की जांच हो चुकी है। 25 जून से चल रहे टीकाकरण में अब तक छह हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है। महासचिव तेजपाल सिंह रोमी ने बताया कि लंगर के साथ ही टीकाकरण के लिए आने वालों को जूस व चाय की व्यवस्था की जाती है। गुरुद्वारा चंदरनगर के मनमोहन सिंह व गुरुद्वारा आलमबाग के निर्मल सिंह के संयोजन में सोमवार को टीकाकरण किया गया।

वेक्सीनेशन को प्रोत्साहित करने के लिए लग रहा लंगर : गुरुद्वारा नाका हिंडोला में 1898 से लंगर सेवा चल रही है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए लंगर सेवा चल रही है। हर वर्ग और समुदाय के लोग लंगर छक रहे हैं। सिखों के पहले गुरु नानकदेव ने सच्चे सौदे के रूप में ऐसा करने के लिए सिख समाज को प्रेरणा दी थी। गुरु नानक देव जी को उनके पिता कल्यानचंद उर्फ मेहता कालू जी ने 20 रुपये बिजनेस के लिए दिए थे, लेकिन उन्होंने उस 20 रुपये में लोगों को भोजन करा दिया था। पिता जी ने सच्चा सौदा करने की बात कही थी और नानक देव ने भूखे को भोजन कराने की परंपरा का निर्वहन किया सबसे बड़ा सौदा कर दिया। उसके बाद से गुरुद्वारों में शुरू हुई परंपरा चलती रही।  – राजेंद्र सिंह बग्गा, अध्यक्ष लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी 

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