लखनऊ स्कूलों में टर्म वन की पढ़ाई पूरी होने के साथ ही शीत अवकाश के बाद अब टर्म-2 की तैयारी होगी। इस दिशा में स्कूलों ने अपने शिक्षकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। शीत अवकाश 25 दिसंबर से ही चल रहा है जो कि दो जनवरी तक रहेगा।
लखनऊ, लखनऊ स्कूलों में टर्म वन की पढ़ाई पूरी होने के साथ ही शीत अवकाश के बाद अब टर्म-2 की तैयारी होगी। इस दिशा में स्कूलों ने अपने शिक्षकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। शीत अवकाश 25 दिसंबर से ही चल रहा है, जो कि दो जनवरी तक रहेगा। इसके बाद तीन जनवरी को राजधानी के लगभग सभी स्कूल फिर से खुलेंगे और टर्म 2 की तैयारी में जुटेंगे। स्कूल प्रशासन ने अपने शिक्षकों को एकेडमिक रूप से पूरी तरह तैयार रहने को कहा है।
ठंड कर सकती है परेशानः साल समाप्त होने को है मगर अभी तक उत्तर भारत में ठंड ने अपना रौद्र रूप नहीं दिखाया है। ऐसे में आने वाले दिनों में भीषण ठंड के आसार हैं। जिसके चलते छोटे बच्चों के लिए सुबह 7:30-8.00 बजे से स्कूल का समय परेशानी का कारण बन सकता है। अभिभावकों का कहना है कि ठंड के कारण इतनी सुबह का समय छोटे बच्चों के लिहाज से उचित नहीं है। ऐसे में स्कूल प्रशासन को अपने समय में परिवर्तन करने की दिशा में सोचना चाहिए। उत्तर प्रदेश अभिभावक संघ का कहना है कि कक्षा एक से पांच तक के बच्चों का समय सुबह 8:30 बजे से पहले का होना उचित नहीं है।
अब टर्म 2 की होगी पढ़ाईः स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दो भागों में बांटा गया है। इसके तहत साल की शुरुआती पढ़ाई को टर्न वन का और आधी पढ़ाई पूरी होने के बाद को टर्म 2 का नाम दिया गया है। छह माह बीतने के साथ ही टर्म 1 की पढ़ाई पूरी हो चुकी है। कोरोना के कारण करीब 1 साल तक बंद रहे स्कूल जब खुले तो पढ़ाई भी जोर-शोर से शुरू हो गई। निजी स्कूलों ने पढ़ाई को गंभीरता से लिया और पठन-पाठन को सुचारू बनाए रखने की दिशा में अपनी सारी ताकत झोंक दी। जबकि सरकारी स्कूलों का हाल ठीक विपरीत है। कोरोना काल के दौरान न तो ऑनलाइन पढ़ाई ही समझ में आई और न ही मौजूदा समय में जिम्मेदारों द्वारा पढ़ाई पर ध्यान दिया जा रहा है। जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह चौपट है। ऐसे में सरकारी बनाम निजी स्कूल में मौजूदा समय में पढ़ाई की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
ऐसा नहीं है बच्चों की पढ़ाई को लेकर सरकारी परिषदीय स्कूल भी पूरा फोकस कर रहे हैं। शीत अवकाश के बाद परिषदीय स्कूलों में छमाही की पढ़ाई होगी। -विजय प्रताप सिंह ,बेसिक शिक्षा अधिकारी ,लखनऊ