अवतार नर्सिंग होम का हमेशा से यह हाल रहा है कि मरीज के तीमारदारों से एक मुश्त पैसा ऐंठ कर मरीज को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता है ! तीमारदारों को आक्रोशित होने की सूचना पर तत्काल बजारखाला इस्पेक्टर धनज्जय सिंह मय फोर्स के साथ पहुँच कर डॉक्टरों को हिदायत दी पहले उस 8 साल बच्चे को बचाने की कोशिश करे
उत्तर प्रदेश राजधानी,, लखनऊ-; डॉक्टरों को शर्मसार करता नर्सिंग होम यूँ तो डाक्टर को ईश्वर के बाद दूसरा दर्जा दिया जाता है ! पर व्यवसायिकता के चक्कर में कुछ डाक्टर तथा नर्सिंग होम इस पेशे को बदनाम कर रहे हैं ! मिल एरिया,लखनऊ अन्तर्गत, कोतवाली,बाजारखाला, स्थित अवतार नर्सिंग होम के कुछ डाक्टरों द्वारा इसी तरह का दृश्य पेश किया गया ! पहली बात तो बगैर कोरोना जाँच के पैसे की लालच में मरीजों को भर्ती कर लिया जाता है उसके बाद मरीज तथा उसके तीमारदारों का दोहन आरम्भ कर दिया जाता है! इसी क्रम में अमित उम्र 36 वर्ष निवासी, ई ब्लाक राजाजी पुरम,लखनऊ को साँस लेने में दिक्कत थी उसको भर्ती करके एक मुश्त रकम जमा करा ली गई रकम जमा कराने के बाद अमित के तीमारदारों को बताया गया कि अॉक्सीजन का सिलेंडर नहीं है ! अॉक्सीजन के अभाव में अमित ने दम तोड़ दिया ! ऐसा ही कुछ 8 माह के बच्चे शिवम के साथ हुआ ,लकड़मण्डी,सआदत गंज,लखनऊ निवासी,सोनू गौतम अपने 8 माह के पुत्र शिवम का इलाज कराने आया नर्सिंग होम द्वारा बच्चे के साथ भी वही व्यवहार किया गया ! अवतार नर्सिंग होम का हमेशा से यह हाल रहा है कि मरीज के तीमारदारों से एक मुश्त पैसा ऐंठ कर मरीज को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता है ! तीमारदारों को आक्रोशित होने की सूचना पर तत्काल बजारखाला इस्पेक्टर धनज्जय सिंह मय फोर्स के साथ पहुँच कर डॉक्टरों को हिदायत दी पहले उस 8 साल बच्चे को बचाने की कोशिश करे ओर इस्पेक्टर बजार खाला ने मीडिया से बात करते वक्त तीमारदारों को हौसला रखने को कहा और हॉस्पिटल के ख़िलाफ़ मुक़दमा लिखकर उचित कार्यवाही करने की भी बात कही इस तरह के हॉस्पिटलों को तत्काल सरकारों को संज्ञान में लेकर बंद कराने के लिए बिचार करना चाहिए,,