विभूतिखंड समेत कई थाने में दर्ज हैं दर्जनों मुकदमे निगोहां व मोहनलालगंज इलाके से हुई बरामदगी। यह फर्जीवाड़ा कई हजार करोड़ का है। हिरासत में लिए गए आरोपितों ने पूरे प्रदेश में जाल फैला रखा है। बरामद किए गए वाहनों पर बाइक बोट लिखा है।
लखनऊ, राजधानी पुलिस ने शुक्रवार रात में बाइक बोट घोटाले में कड़ी कार्रवाई की। इस दौरान निगोहां और मोहनलालगंज इलाके से दो सौ बाइक बरामद की गई। क्राइम ब्रांच और पीजीआइ थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई की है। बाइक बोट घोटाले में विभूतिखंड समेत कई थानों में दर्जनों एफआइआर दर्ज हैं।
पुलिस टीम ने मोहनलालगंज और निगोहां इलाके से यह बरामदगी की है। सभी बाइक एक शोरूम के बेसमेंट और एक मकान से बरामद हुई हैं। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह फर्जीवाड़ा कई हजार करोड़ का है। हिरासत में लिए गए आरोपितों ने पूरे प्रदेश में जाल फैला रखा है। बरामद किए गए वाहनों पर बाइक बोट लिखा है। पुलिस का कहना है कि फर्जीवाड़े में अमित अग्रवाल और उसके साथी शामिल हैं। पुलिस ने निगोहां के उदयपुर गांव से मुखबिर की सूचना पर आरोपितों को पकड़ा है। यही नहीं मोहनलालगंज स्थित आरोपितों के ऑफिस से भी 117 बाइक मिली। इस पूरे प्रकरण की जांच ईओडब्ल्यू कर रही थी। पुलिस ने ईओडब्ल्यू को सूचना दे दी है। पूछताछ के बाद पुलिस आरोपितों को ईओडब्ल्यू के हवाले करेगी।
गौरतलब है कि एसटीएफ और ईओडब्ल्यू ( आर्थिक अपराध शाखा ने बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड के साथी एक न्यूज चैनल ( टीवी टुडे) के मालिक बीएन तिवारी को भी इस मामले में आरोपित पाया था। इसके बाद बीएन तिवारी को गिरफ्तार किया गया था। बीएन तिवारी लाइव टुडे न्यूज चैनल का मालिक भी है। यही नहीं बीएन तिवारी पर 50 हजार का इनाम भी घोषित था। आरोपित पर नोएडा के साथ साथ लखनऊ में भी रिपोर्ट दर्ज थी।