पारा के सलेमपुर पतौरा गांव के रहने वाले रजनीश यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी परिचित युवती समेत तीन लोगों को पकड़ा है। छानबीन में सामने आया है कि रजनीश की हत्या उसकी करीबी युवती ने अपने चचेरे व नाबालिग भाई के साथ मिलकर की थी।
लखनऊ, पारा के सलेमपुर पतौरा गांव के रहने वाले रजनीश यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी परिचित युवती समेत तीन लोगों को पकड़ा है। छानबीन में सामने आया है कि रजनीश की हत्या उसकी करीबी युवती ने अपने चचेरे व नाबालिग भाई के साथ मिलकर की थी। हत्याकांड में युवती के पिता भी शामिल थे। पुलिस ने युवती व उसके दोनों भाइयों को आगरा एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट के पास से पकड़ा है। वहीं, युवती के पिता ने गाजीपुर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा है।पारा इंस्पेक्टर राजेश कुमार के मुताबिक रजनीश का सूरजकुंडन खेड़ा में रहने वाले प्रवेश की बेटी नैना से प्रेम प्रसंग था।
24 नवंबर को नैना ने रजनीश को फोन कर नवनिर्मित मकान में मुलाकात के लिए बुलाया था। यहां प्रवेश यादव उर्फ भोला, सुनील यादव, नैना व उसका नाबालिक भाई पहले से मौजूद थे। आरोपितों ने एक साथ छेनी, हथौड़ी और डंडे से रजनीश पर हमला बोल दिया। हमले में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपितों ने शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से उसे उसी मकान के सेप्टिक टैंक में डाल दिया और ढक्कन बंद कर घर चले गए। रजनीश के भाई मनीष ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी, जिसके बाद सर्विलांस के जरिये उसकी खोजबीन शुरू हुई।
गुरुवार रात में शव बरामद करने के बाद पुलिस ने आरोपित सुनील यादव व नैना यादव को गिरफ्तार कर लिया। उधर, शुक्रवार शाम को प्रवेश गाजीपुर थाने के बाहर पहुंचा। दोनों हाथ ऊपर किए प्रवेश ने थाने में समर्पण कर दिया। पूछने पर उसने बताया कि वह गांव के रजनीश नाम के युवक की हत्या कर के फरार था। पुलिस ने आरोपितों की की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथौड़ी, छेनी और डंडा बरामद कर लिया है। प्रवेश ने बताया कि रजनीश काफी दिन से नैना को परेशान कर रहा था। इस बात से नाराज होकर उन लोगों ने साजिश रचकर रजनीश की हत्या कर दी।