महाशिवरात्रि पर मोहान रोड स्थित बुद्धेश्वर महादेव और डालीगंज के प्रतिष्ठित मनकामेश्वर मंदिर नए रूप में नजर आ रहा है। यहां दर्शनार्थियों के लिए मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर तक जिक जैक रेलिंग लगाई गई है। माहौल पूरी तरह से भक्तिमय है।
लखनऊ, शिवरात्रि महापर्व के अवसर पर आस्था का सैलाब डालीगंज के प्रतिष्ठित मनकामेश्वर मठ-मंदिर में दिखने लगा। सर्वार्थसिद्धियोग और सोम प्रदोष व्रत के कारण हर उम्र के भक्तों की यहां सोमवार से ही कतार लगी है। आकर्षक सजे मंदिर परिसर में शिवरात्रि महोत्सव के अंतर्गत महिला संगीत का कार्यक्रम भी हुआ। उसमें “शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी” और “आज मेरे भोले की शादी है मैं तो नाचूंगी” जैसे भजनों से मठ-मंदिर परिसर गूंज उठा। भजन मंडली में वर्तिका श्रीवास्तव, सुनीता चौहान, ज्योति जायसवाल, सीमा तिवारी, उपमा पाण्डेय, ज्योति कश्यप, रामदुलारी, आकृति पाण्डेय, निशा चौहान सहित अन्य ने ढोलक मंजीरे के साथ नाचते गाते भगवान शंकर के विवाह समारोह की उमंग को जीवंत कर दिया।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी किया जलाभिषेक: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शहर के बेहसा स्थित सिहारी शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक के साथ पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने देश एवं प्रदेश के निवासियों के कल्याण की कामना की।
इस क्रम में आदिगंगा मां गोमती के पावन जल से भरे 21 मंगल कलशों से मनकामेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया गया। इस अवसर पर बाबा का भव्य श्रंगार भी देखते ही बना। मंदिर प्रशासन की ओर से विश्व में शान्ति ओर भारत की उन्नति की कामना से 151 लीटर गाय के दूध से रुद्राभिषेक किया गया। इसके साथ ही रोगादि व्याधियों से मुक्ति के लिए भस्म आरती भी की गई। श्रीमहंत देव्यागिरि ने बताया कि सोमवारीय संध्या आरती के बाद मंगलवार को शिवरात्रि पर सुबह चार बजे मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिये गए। उन्होंने बताया कि मंगलवार को रात 12 बजे तक भक्त दर्शन कर सकेंगे।
कोरोना के कारण जलधारी से ही जलाभिषेक करने की सुविधा दी जा रही है। चढ़ावे के दूध से साबूदाने की खीर तैयार कर भक्तों में वितरित की जा रही। बाबा को खीर के साथ ही आलू और कुट्टू के फलाहार का भी भोग लगाया जाएगा। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनर के माध्यम से भक्तों के शरीर के तापमान की जांच की जाएगी और मास्क की अनिवार्यता का भी पालन करवाया जा र हा। सुरक्षा के लिए पुलिस बल ,सिविल डिफेंस के वार्डन और सीसीटीवी कैमरों की भी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 25 से अधिक सेवादार भी मंदिर परिसर में मुस्तैद रहेंगे। दान के लिए ऑनलाइन भी सुविधा दी जा रही है। दूरदराज के लोगों को मंदिर से जोड़ने के लिए फेसबुक आदि का उपयोग किया जा रहा है। सेवादार जगदीश गुप्त”अग्रहरि’ ने बताया कि मंदिर में श्रंगार, रुद्राभिषेक, आरती आदि की बुकिंग की जा रही है। मंदिर की ओर से विशेष दिवसों को छोड़ कर केवल 5100 रुपए में यह सुविधाएं अलग-अलग उपलब्ध करवायी जा रही है।
यहां आकर भगवान शंकर को आई थी बुद्धि : महाशिवरात्रि पर मोहान रोड स्थित बुद्धेश्वर महादेव मंदिर नए रूप में नजर आ रहा है। यहां दर्शनार्थियों के लिए मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर तक जिक जैक रेलिंग लगाई गई है। प्रवेश द्वार से लेकर मंदिर के चारों तरफ राजस्थान के बंशी पहाड़पुर का पत्थर रेड शेड स्टोन लगाया गया है। पर्यटकों के बैठने के लिए गार्डेन व बेंच की भी व्यवस्था की गई है। बुद्धेश्वर मंदिर में चल रहे पर्यटन विभाग से लगभग तीन करोड़ 47 लाख 68 हजार की लागत से होने वाले सुंदरीकरण का लगभग साठ प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। कांवड़ियों के लिए स्नान घर व कांवड स्टैंड की व्यवस्था और सीताकुंड सरोवर के सुंदरीकरण का काम तेजी से चल रहा है।
मंदिर की महंत लीलापुरी व कमेटी सदस्य रामशंकर राजपूत ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन सुबह चार बजे पंचमुखीआरती हुई। दोपहर में महाभोग, शाम को इक्यावनमुखी आरती की जाएगी। रात्रि में भगवान बुद्धेश्वर बाबा का पुष्पों से भव्य श्रृंगार किया जाएगा। इस दिन मंदिर में ठंडाई कुल्फी व फलाहार का भी वितरित किया जाएगा। वहीं, पाल तिराहे से बुद्धेश्वर मंदिर तक शिवभक्तों की ओर से शिव बरात भी निकाली जाएगी।
इतिहासः कहा जाता है कि भोलेनाथ ने जब भस्मासुर को वरदान दिया था और वह भगवान शंकर पर ही वरदान आजमाना चाहता था तो भगवान यहीं आए थे। यहां आकर उन्हें बुद्धि आई थी और उसे नाचने के लिए कहा था। यह भी कहा जाता है कि श्रीराम ने जब मां सीता का त्याग किया था तो वन जाते समय लक्ष्मण यहीं पर रुके थे। सीता जी ने यहां भगवान शंकर की स्थापना की थी। वह दिन बुधवार था उनके नाम से यहां सीताकुंड वर्तमान में भी मौजूद है। भगवान शिव का पूजन सोमवार को होता है, लेकिन बुद्धेश्वर मंदिर में बुधवार को भोलेनाथ की पूजा की जाती है।
यहां भी होंगे कार्यक्रमः राजाजीपुरम सी ब्लाक मिनीएलआइजी स्थित श्री ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में 12 ज्योर्तिलिंग व शिव परिवार बनाकर सामूहिक रुद्राभिषेक होगा। बाबा का पुष्पों से भव्य श्रृंगार व दोपहर में फलाहार के साथ भंडारा और शाम को भजन संध्या होगी। सआदतगंज लकडमंडी के श्री पर्वतनाथ शिव मंदिर, हसनगंज बावली स्थित टीन वाला शिवाला मंदिर, रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल स्थित श्री नागेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक कर पुष्पों से भव्य श्रृंगार व भंडारा होगा।