लखनऊ में निवेशकों से रुपये दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपये हड़पने के आरोपित मशायर ग्रुप कंपनी के सीएमडी और निदेशक को गोमतीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों पर दस मुकदमे दर्ज हैं। निवेशकों की एफआइआर पर गोमतीनगर पुलिस ने दबोचा।
लखनऊ, निवेशकों से रुपये दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपये हड़पने के आरोपित मशायर ग्रुप कंपनी के सीएमडी और निदेशक को गोमतीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों पर दस मुकदमे दर्ज हैं। इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। अब तक छानबीन में करीब पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है।
एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के मुताबिक कंपनी के सीएमडी देवरिया निवासी रतन चंद्र द्विवेदी और निदेशक गाजीपुर के रहने वाले राकेश गुप्ता को पुलिस टीम तलाश कर रही थी। आरोपितों के खिलाफ गोंडा निवासी मंगल प्रसाद ने एफआइआर दर्ज कराई थी। आरोपित कंपनी खोलकर लोगों को निवेश करने के लिए कहते थे और मुनाफे का झांसा देते थे। आरोपितों ने मंगल प्रसाद से आठ लाख रुपये लिए थे। इसके अलावा कई अन्य लोगों से भी निवेश कराए थे और रुपये लेकर भाग निकले। शुरुआत में गिरोह ने हर्बल उत्पाद में निवेश का झांसा दिया था, इसके बाद जमीन में रुपये लगाना शुरू किया। एसीपी के मुताबिक पुलिस ने कंपनी के एक अन्य निदेशक धर्मेंद्र को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अभी एक अन्य आरोपित जैनुद्दीन फरार है।
युवती ने लगाई फांसी
पारा के डाक्टर खेड़ा में शनिवार को बीमारी के चलते एक युवती ने फांसी लगा ली। डाक्टर खेड़ा निवासी राम चंदन वर्मा की बेटी सुरभि ने अपने कमरे में फांसी लगाई थी। सुरभि डी-फार्मा की छात्रा थी। घरवालों ने बताया कि सुरभि काफी समय से बीमार थी।
कर्मचारी पर धोखाधड़ी का आरोप
नेहरू इंक्लेव में रहने वाले डा. अभय मणि त्रिपाठी डा. मनी फार्मा संचालित करते हैं। आरोप है कि फार्मा में भोपाल निवासी प्रीतपाल सिंह मैनेजर के पद पर काम करता था, जो होली में घर गया था और वापस नहीं आया। रिकार्ड चेक करने पर करीब साढ़े तीन लाख रुपये गबन की जानकारी हुई, जिसके बाद उन्होंने गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।