एक ही दिन में लखनऊ तक 150 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति हो गई। वहीं लखनऊ को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती रहे। इसके लिए रेलवे मिशन मोड पर खाली टैंकरों को लगातार बोकारो भेज रहा है।
लखनऊ, ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सोमवार सबसे राहत भरा दिन रहा। एक तरफ जहां चार लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों से 75 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर सोमवार सुबह 6:40 बजे ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से आ गई। वहीं ठीक 18 घंटे बाद रात 12:45 बजे ही चार टैंकरों में 75 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस से लखनऊ पहुंची। इस तरह एक ही दिन में लखनऊ तक 150 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति हो गई। वहीं लखनऊ को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती रहे। इसके लिए रेलवे मिशन मोड पर खाली टैंकरों को लगातार बोकारो भेज रहा है।
लखनऊ से जहां सोमवार रात आठ बजे तीन टैंकरों को लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो गई थी। वहीं दूसरी ओर मंगलवार दोपहर 12 बजे चार ऑक्सीजन टैंकरों के साथ दूसरी ट्रेन भी रवाना हुई। सोमवार को बोकारो से पांच लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर सुबह 7:45 बजे ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना हुई थी।यह ऑक्सीजन एक्सप्रेस शाम 7:30 बजे वाराणसी पहुंची। यहां पर इसका एक टैंकर हटा दिया गया। पांच मिनट बाद ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस वाया सुल्तानपुर लखनऊ के लिए रवाना हो गई। ग्रीन कॉरिडोर के जरिये रात 12:45 बजे ऑक्सीजन एक्सप्रेस लखनऊ आ गई।
डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ ही नही आसपास के कई शहरों को निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सके। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से खाली टैंकरों की उपलब्धता कराई जा रही है।।हमारे पास पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन एक्सप्रेस के रैक मौजूद हैं। जरूरत पड़ी तो सेना के पंजाब सहित कई बेस से और रैक मंगवा लेंगे। एडीआरएम आपरेशन अश्विनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में इनका संचालन हो रहा है। लखनऊ से सोमवार रात रवाना हुआ रैक मंगलवार शाम तक बोकारो पहुंच जाएगा। हम बुधवार रात तक पांचवी ऑक्सीजन एक्सप्रेस के आने की उम्मीद कर रहे हैं।