मंगलवार को न्याय पंचायत स्तर पर खेलकूद में जीतकर आए परिषदीय स्कूलों के बच्चों की प्रतियोगिता पसगवां ब्लाक के नवादा मैदान में कराई जा रही थी। जिस समय प्रतियोगिता शुरू हुई उस समय एबीएसए ब्रजेश त्रिपाठी सहित ब्लाक के तमाम शिक्षक मैदान में बच्चों की तैयारी करा रहे थे।
लखीमपुर, खीरी जिले के पसगवां ब्लॉक में ब्लॉक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। मंगलवार को बच्चों के बीच खेलकूद कराया जा रहा था, इसी बीच कबड्डी के रेफरी व अनुदेशक प्रदीप पांडेय शराब के नशे में धुत होकर नवादा खेल मैदान पर पहुंच गए। रेफरी ने मैदान पर खेलने आए बच्चों व उन्हें मना कर रहे शिक्षकों से अभद्रता शुरू कर दी। रेफरी का नशे में धुत वीडियो वायरल हो गया। जिसके बाद बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने अनुदेशक का मानदेय अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है।
मंगलवार को न्याय पंचायत स्तर पर खेलकूद में जीतकर आए परिषदीय स्कूलों के बच्चों की प्रतियोगिता पसगवां ब्लाक के नवादा मैदान में कराई जा रही थी। जिस समय प्रतियोगिता शुरू हुई, उस समय एबीएसए ब्रजेश त्रिपाठी सहित ब्लाक के तमाम शिक्षक मैदान में बच्चों की तैयारी करा रहे थे। बताया जा रहा है कि खेलों का शुभारंभ होना था और इसके बाद कबड्डी प्रतियोगिता होनी थी। शुभारंभ के दौरान ही कबड्डी के रेफरी व अनुदेशक प्रदीप पांडेय वहां पहुंचे और नशे में धुत होकर पहले प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों और मना करने पर शिक्षकों से अभद्रता व गाली-गलौज शुरू कर दी।
मैदान पर करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा, जिसके कारण बच्चों का खेल भी रुका रहा। अनुदेशक रेफरी के व्यवहार से बच्चों व शिक्षकों में आक्रोश फैल गया। इस बीच अनुदेशक का वीडियो भी वायरल हो गया। एबीएसए ने भी बीएसए को अपनी रिपोर्ट भेजी। जिस पर बीएसए ने उच्च प्राथमिक विद्यालय जमुनिया रना के अनुदेशक प्रदीप पांडेय को ब्लाक खण्ड स्तरीय खेल प्रतियोगिता में शराब पीकर आने व अभद्रता करने, विभाग की छवि धूमिल करने, अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन न करने के आरोप में मानदेय अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए रेफरी बने अनुदेशक को अपने कार्यालय में तलब किया है। बीएसए ने चेतावनी दी है कि अगर जांच के दौरान इनके शराब पीने की पुष्टि होती है तो संविदा समाप्त कर दी जाएगी।