लखीमपुर के धौरहरा के मिर्जापुर गांव में भारी बारिश के बाद उफनाई घाघरा नदी में मंगलवार की सुबह एक नाव डूब गई थी। इसमें लगभग 10 लोग सवार थे। दोपहर बाद सेना की ओर सभी को बचाने के लिए हेलीकाप्टर भेजा गया।
लखीमपुर, लखीमपुर के धौरहरा के मिर्जापुर गांव में भारी बारिश के बाद उफनाई घाघरा नदी में मंगलवार की सुबह एक नाव डूब गई थी। इसमें लगभग 10 लोग सवार थे। दोपहर बाद सेना की ओर सभी को बचाने के लिए हेलीकाप्टर भेजा गया। वहीं धौरहरा में हेलीकाप्टर से सफल रेस्क्यू, एक कि मौत 9 बचाए गए। हालांकि घाघरा में अभी और भी ग्रामीणों के फंसे होने की खबर है। रेस्क्यू आपरेशन जारी है वहीं हेलीकाप्टर अब तीसरी ट्रिप लगा रहा है। बता दें कि ईसानगर के कई गांव घाघरा और शारदा नदी के उफनाने से जलमग्न हो गए हैं। इनमें एक गांव मिर्जापुर भी है। बगल के गांव सरैयां को नदी पहले ही काट चुकी है। दो दिन हुई भारी बरसात के बाद घाघरा फिर उफान पर है। पहाड़ों से बहकर आने वाली इस नदी में अक्सर बेशकीमती लकड़ियां बह कर आ जाती हैं। ग्रामीण इन्हें निकालकर बाद में महंगे दामों पर बेचते हैं। बुधवार को भी यही हुआ।
घाघरा में लकड़ी बहकर आई देख गांव वाले प्रशासन की चेतावनी भूल गए। मिर्जापुर गांव के निवासी सुन्दर पुत्र गया प्रसाद, त्रिमोहन पुत्र सुन्दर, कृपादयाल पुत्र मोहन, मुरारी पुत्र मौजीलाल, अशोक कुमार पुत्र गया प्रसाद, ढोड़े पुत्र ननकऊ, दीपू पुत्र ननकऊ, सुरेन्द्र पुन ननकऊ, रजिन्द्र पुत्र स्वामी दयाल और राजू पुत्र सैलाफी एक नाव के सहारे नदी में कूद गए। लेकिन घाघरा के तेज बहाव में नाव टिक न सकी और दस लोगों को लेकर बह गई। खबर फैलते ही कोहराम मचा। ग्रामीण और स्थानीय गोताखोर भी इन्हें तलाशने नदी में कूदे।
तहसीलदार संतोष शुक्ल और एसओ ईसानगर राजकरन शर्मा दल बल के साथ मौके पर पहुंचे हैं। बचाव की कोशिशें जारी हैं। फ्लड पीएसी से भी मदद मांगी गई है। कुछ समय में फ्लड पीएसी की टीम पहुंचने की खबर है। फिलहाल लापता हुए लोगों का पता नहीं चल सका है। फिलहाल नाव पर सवार करीब 10 लोगों को निकालने की कवायद में प्रशासन जुटा हुआ है लेकिन उसे अभी तक सफलता मिल नहीं पाई है।
योगी ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने का दिया निर्देशः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में घाघरा नदी में नाव पलटने से लोगों के डूबने की दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव एवं राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबन्धन की टीम की मदद लेते हुए तेजी से बचाव व राहत कार्य किये जाएं। उन्होंने अधिकारियों को दुर्घटना के प्रभावितों को हर सम्भव मदद प्रदान करने के निर्देश दिये हैं।