ललितपुर में नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सपा तथा बसपा जिलाध्यक्ष गिरफ्तार,

छह वर्ष तक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष तिलक यादव बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष दीपक अहिरवार तथा जूनियर इंजीनियर महेन्द्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपितो को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लेकर गई है।

 

ललितपुर,  लगातार छह वर्ष तक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की सक्रियता से अब आरोपित शिकंजे में हैं। 17 वर्ष की लड़की को पहले उसके पिता ने ही हवस का शिकार बनाया, फिर छह वर्ष तक उसके साथ 28 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष तिलक यादव, बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष दीपक अहिरवार तथा जूनियर इंजीनियर महेन्द्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपितो को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लेकर गई है।

बीते सात वर्ष परेशान नाबालिग को अब न्याय की आस है। समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष के साथ जूनियर इंजीनियर फरारी के दौरान बार-बार लोकेशन बदल रहे थे। प्रयागराज के बाद मिर्जापुर भागे इन तीनों को पुलिस ने एक होटल से पकड़ा। इसके बाद तीनों को एक साथ मिर्जापुर से ललितपुर लाया गया। अधिकारियों को सूचना देने के बाद पुलिस बल के बीच तीनों का मेडिकल कराया गया है।

कोतवाली क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 28 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सभी की तलाश शुरू कर दी थी। इस घटना के मुख्य आरोपी पुलिस के लिए चुनौती बने थे। इनकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी समेत आठ टीमें लगाई थीं। इसमें जिले की पांच, झांसी की दो और एक जालौन की टीम लगाकर पुलिस कार्रवाई में जुट गई थी।

एसपी निखिल पाठक को गुरूवार को आरोपियों के प्रयागराज व मिर्जापुर होने की जानकारी मिली। एसपी ने तुरंत एसओजी प्रभारी अंजनी सिंह को रवाना किया। टीम के प्रयागराज के पहुंचने पर आरोपितों के लोकेशन बदलने के बाद टीम को परेशानी हुई। इसके बाद टीम को पुन: लोकेशन मिर्जापुर मिली। यहां तीनों मां विध्यांवासिनी मंदिर में दर्शन करने के बाद एक होटल में ठहरे थे। एसओजी टीम ने दबिश देकर तीनों को दबोच लिया।

पुलिस टीम तीनों को पकडऩे के बाद तड़के ललितपुर लेकर पहुंची। यहां अधिकारियों ने पूछताछ कर तीनों से जानकारियां लीं। इसके बाद तीनों को पुलिस बल के बीच मेडिकल कराया गया है।

पुलिस से बोला तिलक- सब खत्म

पुलिस की गिरफ्त में आते ही समाजवादी पार्टी का जिलाध्यक्ष तिलक यादव पसीना-पसीना हो गया। पुलिस को देखकर हाथ जोड़कर तिलक खड़ा हो गया। गाड़ी में बैठाते ही भावुक हुए तिलक ने पुलिस टीम से कहा कि अब सब बर्बाद हो गया, इससे अच्छा मैं आत्महत्या कर लेता, अब कुछ नहीं बचा। घबराहट में उसने कई बार पुलिसकर्मियों से पानी मांग-मांगकर पिया। कई बार उसने पुलिसकर्मियों से कहा कि वह बेगुनाह है,, उसने कुछ नहीं किया है। उसे फंसाया जा रहा है।

कार और जहाज से पहुंचे थे प्रयागराज

दुष्कर्म मामले में मुकदमा दर्ज होने की खबर पर सपा जिलाध्यक्ष तिलक, बसपा जिलाध्यक्ष दीपक अहिरवार और जूनियर इंजीनियर महेन्द्र दुबे णनीति बनाकर प्रयागराज गए थे। तीनों की प्लानिंग थी कि इलाहाबाद पहुँचकर अधिवक्ता से मिलेंगे, इसके बाद आगे की प्लानिंग तय होगी। तिलक तो कार से प्रयगाराज पहुंचा था। दीपक और महेंद्र कार से भोपाल पहुंचे थे। भोपाल से दोनों फ्लाइट से प्रयागराज पहुंचे। यहां एक साथ तीनों मिले थे। यहां एक अधिवक्ता से मिलने के बाद वापस इलाहाबाद के एक होटल में पहुंच रहे थे, तभी तिलक को जानकारी मिली कि एसओजी टीम प्रयागराज आ रही है। तीनों पुलिस टीम को गुमराह करने के लिए मिर्जापुर पहुंच गए थे। मिर्जापुुर में इनके मां विध्यांवासिनी के दर्शन करने की जानकारी भी पुलिस को मिल गई थी। पुख्ता जानकारी के बाद पुलिस ने एक होटल में दबिश देकर तीनों को दबोच लिया।

एसपी निखिल पाठक ने बताया कि मुख्य आरोपित सपा तथा बसपा जिलाध्यक्ष गिरफ्तार कर लिए गए हैं। फरार आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

एसओजी ने तय की तीस घंटे में 1600 किमी की दूरी

ललितपुर से प्रयागराज, मिर्जापुर और वापिसी में एसओजी टीम ने 1600 किलोमीटर का रास्ता 30 घंटे में पूरा किया। आरोपियों की लोकेशन बार-बार बदलने के बाद टीम ने रास्ता भी बदला, लेकिन लक्ष्य से टीम नहीं भटकी और इसका नजीता सफलता के रूप में मिला।

इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस

पीड़ित की तहरीर के आधार सदर कोतवाली में पिता के साथ ही तिलक यादव, महेन्द्र यादव, अरविन्द यादव, प्रबोध तिवारी, सोनू समैया, राजेश जैन झोझिया, महेन्द्र दुबे, नीरज तिवारी, महेन्द्र सिंघई, दीपक अहिरवार, कोमलकान्त सिंघई, मंझला ताऊ नाम अज्ञात, बड़े ताऊ का लड़का नाम अज्ञात, तीन चाचा नाम अज्ञात, बड़ी ताई, पप्पू अग्रवाल, मुन्ना अग्रवाल, आकाश अग्रवाल, महक अग्रवाल, बंटी अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, शरद अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, एक औरत अज्ञात, एक आदमी अज्ञात और एक लड़का अग्रवाल के खिलाफ धारा 354, 376डी, 323, 328, 506 व पॉक्सो एक्ट की धारा 5/6 के तहत केस पंजीकृत किया गया है।

गौरतलब है कि ललितपुर जिले में बहुत ही शर्मनाक वारदात हुई है। एक किशोरी से छह वर्षों तक दुष्कर्म किया जाता रहा। पिता-पुत्री के रिश्ते को कलंकित करने वाला शर्मनाक मामला सामने आया है। छठी कक्षा में पढऩे वाली नाबालिग लड़की को उसके पिता ने ही हवस का शिकार बना डाला और फिर उसे सफेदपोश लोगों को परोस दिया। इस घटना सामने आने के बाद पीड़ितने जो आपबीती सुनाई वह झकझोरने वाली है। सफेदपोश लोगों में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी नेताओं के नाम उजागर होने से जिले की राजनीति में भी खलबली मच गई। पीडि़त किशोरी ने अपने पिता, चाचा, ताऊ और सपा व बसपा के जिलाध्यक्ष के अलावा शहर के संभ्रांत लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले में पिता, चाचा, ताऊ के अलावा जिले के सपा व बसपा के नेताओं पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। कुल 28 लोगों पर मुकदमा लिखा गया है, जिनमें 25 नामजद हैं। इनमें नौ परिवार के लोग हैं। 17 वर्षीय किशोरी ने पुलिस से शिकायत की है कि उसके साथ सबसे पहले दुष्कर्म तब हुआ जब वह कक्षा छह में पढ़ती थी। इसके बाद यह सिलसिला शुरू हो गया।

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