सुलतानपुर में लेखपाल ने घरौनी बनाने के लिए मांगे दस हजार रुपये पीड़ित ने मोबाइल से रिश्वत लेने का वीडियो बनाकर किया वायरल। प्रारंभिक जांच में एसडीएम सीपी पाठक ने आरोप सही पाए जाने पर आरोपित लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
सुलतानपुर, घरौनी बनाने के लिए लेखपाल ने दस हजार रुपये घूस लिए। इसका आडियो व वीडियो वायरल होने के बाद आरोपित को निलंबित कर दिया गया। कार्रवाई की पुष्टि एसडीएम सदर ने की है।
इमामगंज मजरे हसनपुर निवासी एक युवक ने घरौनी (ग्रामीण आवासीय अभिलेख) के लिए सदर तहसील के लेखपाल शशि कुमार से संपर्क किया। उसने दस हजार रुपये की मांग की। तत्समय रुपये न होने की वजह से युवक लौट गया। रुपयों का इंतजाम होने के बाद एक दिन उसने लेखपाल को फोन किया।
आडियो-वीडियो के मुताबिक युवक ने लेखपाल से रुपये देने की बात कही। इस पर उसने बताया कि वह अभी तहसील में है, आकर खुद रुपये ले लेगा। अगले दिन रुपये लेने के लिए आवेदक से संपर्क किया। उसने रुपये देते व गिनते वक्त गुपचुप तरीके से वीडियो बना लिया। इसके बाद उसे वायरल कर दिया। इसके बाद प्रशासनिक स्तर पर हलचल हुई। एसडीएम सीपी पाठक ने प्रारंभिक जांच कराई तो आरोप सही पाया गया। इस कारण उन्होंने आरोपित लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
प्रापर्टी डीलरों से भी साठगांठ : शशि कुमार की इलाके के प्रापर्टी डीलरों से भी अच्छी साठगांठ है। उक्त ग्राम सभा में अधिकांश जमीन अभी भी हसनपुर राजा के नाम है। वाराणसी-लखनऊ हाईवे के किनारे स्थित कीमती जमीन पर प्रापर्टी डीलरों की नजर रहती है। आए दिन राजा की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत थाने पहुंचती रहती है। इस तरह के मामलों में भी लेखपाल की किसी न किसी प्रकार संलिप्तता बताई जाती है।
मिल चुकी है प्रतिकूल प्रविष्टि : 30 मई को एसडीएम ने कानूनगो रामपाल मिश्र, आइपी सिंह, राम मिलन मौर्य व लेखपाल शशि कुमार को शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी थी। लेखपाल अशोक सिंह, कानूनगो केसरी मिश्र, विजय शुक्ल और इंद्रजीत यादव को कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।