वकीलों के हड़ताल के चलते वजूखाने में गंदगी और अखिलेश- औवैसी की बयानबाजी मामले में सुनवाई नहीं हुई। अदालत ने अब इस मामले में सुनवाई की तारीख 17 फरवरी को नियत किया है। ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के दौरान शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। इस पर सपा प्रमुख और एआईएमआईएम नेता ने टिप्पणी की थी
वाराणसी ; समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से संबंधित मामले की सुनवाई शनिवार को नहीं हो सकी। वकीलों के हड़ताल के चलते सुनवाई टल गई है। अब इस मामले की सुनवाई 17 फरवरी को होगी। यह मामला अपर सत्र न्यायाधीश नवम की अदालत में विचाराधीन है। आरोप है कि ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के दौरान शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। इस पर सपा प्रमुख और एआईएमआईएम नेता ने टिप्पणी की थी। इससे हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंची थी।
इस मामले में अवर न्यायालय द्वारा अखिलेश और ओवैसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आवेदन खारिज किए जाने पर वादी हरिशंकर पांडेय ने निगरानी याचिका दाखिल की है। वादी का कहना है सर्वे के दौरान मिले हिंदुओं के आराध्य कथित शिवलिंग को लेकर सपा प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपमान जनक टिप्पणी की थी। आरोप है कि ज्ञानवापी स्थित वजू स्थल पर नमाजियों द्वारा गंदगी की जा रही है। इस मामले में दाखिल निगरानी में अखिलेश और ओवैसी की तरफ से अधिवक्ता कोर्ट में हाजिर हो चुके हैं।