स्वामीनाथन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट इतनी तेजी से फैल सकता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तैयारी के लिए समय ही नहीं मिलेगा।
चेन्नई, भारत में ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देशभर में अब तक 415 मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर कोरोना के लिए जारी दिशानिर्देशों का लोगों द्वारा पालन नहीं किया गया, तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है। देश के कई राज्यों में ओमिक्रोन के मामले तेजी बढ़ने की आशंका भी डब्ल्यूएचओ ने जताई है। डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथनी ने चेतावनी दी है कि तमिलनाडु में ओमिक्रोन के मामले बढ़ सकते हैं। बता दें कि गुरुवार को तमिलनाडु में ओमिक्रोन के 33 मामले सामने आए हैं।
डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों ने आगामी त्योहारी सीजन के दौरान अपर्याप्त कोरोना रोधी टीकारण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार की कमी के बाद ओमिक्रोन के मामलों में वृद्धि की संभावना की चेतावनी दी। स्वामीनाथन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि ओमिक्रोन वैरिएंट इतनी तेजी से फैल सकता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तैयारी के लिए समय ही नहीं मिलेगा। इसलिए जल्द से जल्द लोगों को सर्तक हो जाना चाहिए।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, डब्ल्यूएचओ के मुख्य वैज्ञानिक ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रोन वैरिएंट में उच्च संचरण दर है और यह एंटीबॉडी और प्रतिरक्षा को चकमा देने में सक्षम है। विशेषज्ञों ने सरकार को अस्पतालों में अधिक बेड, आक्सीजन सिलेंडर, दवाएं और परीक्षण किट के साथ तैयार रहने के लिए आगाह किया है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने लोगों से क्रिसमस, नया साल और पोंगल को घर में ही सादगी के साथ मनाने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को कोशिश करनी चाहिए धार्मिक स्थलों की यात्राओं के बजाय ऑनलाइन ‘दर्शन’ और वर्चुअल उत्सव मनाएं। विभाग गलत सूचना को रोकने के लिए शिक्षा सामग्री और मीडिया ब्रीफ जारी करे। हालांकि, खबर है कि डब्ल्यूएचओ की चेतावनी के बावजूद तमिलनाडु सरकार कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाएगी और मौजूदा प्रतिबंध 31 दिसंबर तक जारी रहेंगे। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक आधिकारिक बयान में लोगों से राज्य भर में शिविरों के माध्यम से टीकाकरण सुविधाओं का उपयोग करने की अपील की है।
इस बीच ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 राज्यों में अपनी टीमें भेजने का निर्णय लिया है। इन राज्यों में तमिलनाडु समेत महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब शामिल हैं। अगले तीन से पांच दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमें पहुंचकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालयों के साथ मिलकर काम करेंगी। ये टीमें कांटेक्ट ट्रैसिंग, ओमिक्रोन वैरिएंट से पीडि़तों की निगरानी, कंटेनमेंट आपरेशन पर नजर रखेंगी, ताकि इस नए वैरिएंट के बारे में ज्यादा से ज्यादा समझकर इसके खिलाफ पुख्ता रणनीति बनाई जा सके।