प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पूर्व सहायक 49 वर्षीय मलिक मसूद की दुबई में रहस्यमय मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की है। मलिक पीएम शहबाज और उनके बेटे हमजा शरीफ के खिलाफ 16 अरब रुपये के मनी लांड्रिंग मामले में मुख्य राजदार हैं।
इस्लामाबाद, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पूर्व सहायक 49 वर्षीय मलिक मकसूद की दुबई में रहस्यमय मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की है। मलिक पीएम शहबाज और उनके बेटे हमजा शरीफ के खिलाफ 16 अरब रुपये के मनी लांड्रिंग मामले में मुख्य राजदार हैं।
राजनीतिक गलियारों में मसूद चपरासी के नाम से है मशहूर
मलिक को राजनीतिक गलियारों में मसूद चपरासी के नाम से जाना जाता है। पीटीआइ ने मांग की है कि मकसूद की मौत के पीछे की असली वजह क्या है यह पता चलना जरूरी है। इसकी फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एफआइए) से जांच कराई जानी चाहिए। डान अखबार के अनुसार मसूद अहमद मनी लांड्रिंग मामले में पीएम शहबाज और उनके बेटे पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज के साथ सह आरोपी थे। वह इमरान सरकार के सत्ता में आने के ठीक पहले 2018 में संयुक्त अरब अमीरात चले गए थे।
वहीं, पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि शहबाज के खिलाफ जांच करने वाले और उनके गवाहों के लिए यह बहुत ही परेशान करने वाली खबर है। मामले में पहले डा. रिजवान की अकस्मात मौत हुई, इसके बाद अब मसूद की रहस्यमय मौत हो गई। FIA ने बताया था, ‘मकसूद रमजान शुगर मिल्स में चपरासी का काम करता था। यह मिल शरीफ परिवार का था। 2017 में उसने अपनी अंतिम वेतन 25 हजार रुपये लिए थे। इसके बाद 14 मार्च 2018 से वह लापता है। करीब सात बेनामी खाते उसके नाम पर खोले गए थे जिसमें 3 अरब रुपये की रकम ट्रांसफर की गई थी।’