कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पट कर दिए गए थे बंद। श्रद्धालु भी ठाकुरजी के दर्शन को थे व्याकुल कोरोना संक्रमण मुक्ति को करेंगे प्रार्थना। श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और हाथ सैनिटाइज कराए जाएंगे।
आगरा, सरकार द्वारा बाजार खोलने की अनुमति दिए जाने के बाद अब भक्त ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे। करीब एक माह से श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन को व्याकुल थे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पट श्रद्धालुओं के लिए एक जून से और द्वारकाधीश मंदिर के पट दो जून से खुलेंगे। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्त ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे।
श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के सचिव कपिल शर्मा द्वारा प्रबंध-समिति के साथ वर्चुअल चर्चा कर श्रद्धालुओं के लिए श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन एक जून से खोलने का निर्णय लिया गया। नई व्यवस्था के अनुसार, एक जून से सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक और शाम 3.30 से 6.30 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। प्रबंध-समिति के वरिष्ठ सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजिंग आदि की व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं को मास्क, फेसकवर लगाकर शारीरिक दूरी के साथ दर्शन कर सकेंगे। संयुक्त मुख्य अधिशासी राजीव श्रीवास्तव, विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह, मंदिर अधिकारी अनुराग पाठक ने भक्तों से ठाकुरजी के दर्शन कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए करने का अनुरोध किया है। श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर में ठाकुरजी के दर्शन श्रद्धालु दो जून से कर सकेंगे।
मीडिया प्रभारी एड. राकेश तिवारी ने बताया कि दो झांकी सुबह और दो झांकी शाम को खुलेंगी। प्रथम झांकी सुबह 8.15 से 8.45 तक, द्वितीय झांकी 10.15 से 11 बजे तक खुलेंगी। शाम 4.45 से 5.15 तक और 6.15 से सात बजे तक दर्शन हो सकेंगे। श्रद्धालु मंदिर में परिक्रमा नहीं कर सकेंगे। मुख्य गेट से एक बार में केवल पांच व्यक्तियों का प्रवेश होगा। मास्क लगाए बिना श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और हाथ सैनिटाइज कराए जाएंगे। दूसरे गेट से भक्तों के निकास की व्यवस्था की गई है । उन्होंने श्रद्धालुओं से कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने का अनुरोध किया है।