संत रविदास की जन्म स्थली में जुटे सियासत के दिग्गज, योगी, चन्नी और प्रियंका-राहुल मत्था टेकने पहुंचे

चुनावी समर को देखते हुए एक बार फिर संत दरबार में सियासत के दिग्गज जुटे हैं। पंजाब और यूपी में चुनाव के बीच सभी दलों के नेता आज गुरु के दर पर मत्था टेकने पहुंच रहे हैं।

 

लखनऊ, आज 16 फरवरी, बुधवार को देश में 645वीं रविदास जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर सुबह जहां दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविदास मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की तो वहीं गुरु की जन्‍मस्‍थली वाराणसी में नेताओं का जमघट लगा है। वाराणसी स्थित सीर गोवर्धनपुर में बुधवार को देश भर से बड़े नेता मत्था टेकने पहुंच रहे हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी व राहुल गांधी प्रमुख रूप से शामिल रहे।

चुनावी समर को देखते हुए एक बार फिर संत दरबार में सियासत के दिग्गज जुटे हैं। पंजाब और यूपी में चुनाव के बीच सभी दलों के नेता आज गुरु के दर पर मत्था टेकने पहुंच रहे हैं। राजनीतिक जानकार इसे यूपी और पंजाब में दलित वोटर्स को साधने के प्रयास के तौर पर भी देख रहे हैं।

संत रविदास जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर में दर्शन के बाद संत निरंजन दास से हालचाल कर लंगर छका। मुख्यमंत्री ने संत रविदास प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मत्था टेकने के बाद संत रविदास की प्रतिमा के पास बैठकर अमृतवाणी का पाठ सुना। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज माघी पूर्णिमा है। संत शिरोमणि का आज जन्म दिवस भी है। यह हमारा सौभाग्य है कि उनका जन्म काशी की पवित्र धरती पर हुआ।

संत रविदास की जयंती पर उनकी जन्म स्थली में शीश नवाने कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सुबह 11.30 बजे रविदास मंदिर पहुंचीं। वहीं उनके साथ ही कुछ समय बाद कांंग्रेस नेता राहुल गांधी भी संत रविदास को नमन करने पहुंचे। इस दौरान राहुल और प्रियंका गांधी ने लोगों को लंगर हाल में अपने हाथों से भी लंगर परोसा। राहुल गांधी वर्ष 2011 में संत रविदास मंदिर आ चुके हैं। यह पहला मौका है जब सीर गोवर्द्धन में संत रविदास को जयंती के मौके पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा एक साथ संत को नमन करने पहुंचे हैं।

इसके पूर्व पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बुधवार भोर में चार बजे संत रविदास की जन्म स्थली सीर गोवर्धनपुर पहुंचे। चन्नी ने संत रविदास प्रतिमा के सामने बैठकर कुछ देर तक अरदास करने के बाद अमृतवाणी पाठ के सामने शीश झुकाकर पंजाब चुनाव में जीत का आशीर्वाद मांगा। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह भी सीर पहुंचे और संत रविदास का आशीर्वाद मांगा।

संत रविदास जयंती पर सीर गोवर्धनपुर में कई नेता पहले भी मंदिर में मत्था टेक चुके हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी 2016 में रविदास जयंती समारोह में शामिल हुए थे। सबसे अधिक बार आने वालों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं जो चौथी बार आए हैं। राहुल गांधी 2011 में मत्था टेकने के बाद लंगर भी छक चुके हैं। प्रियंका भी मंदिर में मत्था टेकने के बाद जयंती में शिरकत कर चुकी हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी संत स्थली में शीश नवा चुके हैं। अखिलेश यादव ने 2021 में यहां मत्था टेका था।

दलित समुदाय से छुआछूत को खत्म करने के लिए कार्य करने वाले संत रविदास के अनुयायियों की पंजाब और यूपी में बड़ी आबादी है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने संत रविदास के जन्मस्थली का राजनीतिक महत्व बढ़ाते हुए 1997 से 2008 के बीच इसे विकसित कराया। वह मुख्यमंत्री के तौर पर रविदास जंयती में शामिल हुई थीं और सोने की पालकी भेंट की थी। उन्होंने गंगा किनारे रविदास पार्क और घाट का निर्माण कराया।

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