सकल कर संग्रह में आया उछाल, 22.58 प्रतिशत बढ़कर 16 लाख करोड़ के पार

 पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स में बढ़ोतरी होने के कारण प्रत्यक्ष कर संग्रह में इजाफा हुआ है। यह बजट के संशोधित अनुमान का 83.19 प्रतिशत है।

 

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कर संग्रह के मोर्चे पर अच्छी खबर है। देश में चालू वित्त वर्ष में अब तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.58 प्रतिशत बढ़कर 16.68 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो कि वित्त वर्ष 2023 के संशोधित अनुमान का 83 प्रतिशत है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने शनिवार को ये जानकारी दी गई।

प्रत्यक्ष कर में इजाफा पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स में बढ़ोतरी की वजह से हुआ है। कर में बढ़ोतरी ऐसे समय पर हो रही है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था के मंदी में जाने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 17 प्रतिशत बढ़कर 13.73 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

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2.95 लाख करोड़ का रिफंड हुआ जारीसरकार की ओर से बताया गया कि एक अप्रैल, 2022 से लेकर 10 मार्च, 2023 तक 2.95 लाख करोड़ रुपये का रिफंड आयकरदाताओं को जारी कर दिया गया है। यह पिछले साल जारी किए गए फंड से 59.44 प्रतिशत अधिक है।

16 प्रतिशत से अधिक बढ़ा कर संग्रहसीबीडीटी ने अपने एक बयान में कहा कि पिछले साल के मुकाबले प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.78 प्रतिशत बढ़कर 13.73 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह वित्त वर्ष के बजट अनुमान का 96.67 प्रतिशत है, जबकि संशोधित अनुमान का 83.19 प्रतिशत है।

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रिफंड को एडजस्ट करने के बाद कॉरपोरेट इनकम टैक्स का संग्रह 13.62 प्रतिशत और पर्सनल इनकम टैक्स का संग्रह 20.06 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पर्सनल इनकम टैक्स संग्रह में सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स भी शामिल है।

GST संग्रह 1.5 लाख करोड़ के करीबवित्त मंत्रालय ने मार्च की शुरुआत में जीएसटी संग्रह के आंकड़े जारी किए थे। फरवरी 2023 में 1,49,577 करोड़ रुपये का सकल जीएसटी राजस्व एकत्र किया गया, जो पिछले साल इसी महीने के जीएसटी राजस्व से 12 प्रतिशत अधिक है।

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