कादूनाला-थौरी व मुसाफिरखाना-पारा मार्ग पर बगैर अनुमति के श्रमदान से सड़क का निर्माण करना गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह व उनके सैकड़ों समर्थकों को महंगा पड़ गया। पुलिस द्वारा विधायक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
अमेठी, कादूनाला-थौरी व मुसाफिरखाना-पारा मार्ग पर बगैर अनुमति के श्रमदान से सड़क का निर्माण करना गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह व उनके सैकड़ों समर्थकों को महंगा पड़ गया। बीते गुरुवार को शासन के निर्देश पर प्रधानमंत्री सड़क पर की गई तोड़फोड़ व सरकार के कामकाज में बाधा उत्पन्न करने व क्षेत्र में अराजकता फैलाने के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मुसाफिरखाना कोतवाल बृजेश सिंह की मानें तो बीते गुरुवार को पीडब्ल्यूडी व पुलिस की शिकायत पर विधायक राकेश प्रताप सिंह व उनके सैकड़ों समर्थकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बताते चलें कि बीते गुरुवार को विधायक राकेश प्रताप सिंह व उनके साथ सैकड़ों समर्थकों ने प्रधानमंत्री सड़क कादूनाला-थौरी मार्ग का श्रमदान के जरिए निर्माण शुरू किया था। पीडब्ल्यूडी व पुलिस प्रशासन ने कार्य रोकने के लिए दोपहर में ही विधायक को पुलिस चौकी कादूनाला पर बैठा लिया था। बावजूद इसके सड़क मार्ग पर कार्य नहीं रूक सका। देरशाम पुलिस ने विधायक को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन में बैठा दिया और सड़क निर्माण पर रोक लगाते हुए मौके पर खड़े डंफर, ट्रक, जेसीबी, रोलर, पानी के टैंकर व सैकड़ों की संख्या में मजदूरों को खदेड़ दिया था।
वहीं, देर शाम आठ बजे तक कभी विधायक राकेश समर्थक सड़क निर्माण के लिए समर्थन जुटाते देखे गये तो कभी पुलिस प्रशासन विधायक के समर्थकों को सड़क पर नहीं निकलने देने के लिए कादूनाला पुलिस चौकी में जद्दोजेहाद करते दिखी। पुलिस चौकी पर तैनात भारी संख्या में पुलिस बल का नेतृत्व कर रहे सीओ मनोज कुमार की कई बार विधायक समर्थकों व विधायक से तीखी नोंकझोंक भी हुई थी। कोतवाली प्रभारी ने कहाकि पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। वहीं, विधायक राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि सड़क निर्माण होने तक संघर्ष जारी रहेगा। शासन-प्रशासन के विरुद्ध उनकी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी।