उधर तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने लगातार 11वें दिन ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है जबकि डीजल भी 89.87 रुपये प्रति लीटर के मूल्य पर बेचा जा रहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा कि पिछले एक वर्ष में पेट्रोल और डीजल पर केन्द्रीय करों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। दरअसल, विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि को लेकर सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर थी।
पुरी ने कहा कि पिछले एक वर्ष में पेट्रोल और डीजल पर केन्द्रीय करों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें इसलिए बढीं हैं, क्योंकि उच्च अंतरराष्ट्रीय उत्पाद मूल्यों और विभिन्न राज्य सरकारों की ओर से वसूले गए वैट में वृद्धि के चलते आधार मूल्य बढ़ गया, जिस वजह से फुटकर दाम में वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा कि सरकार को कच्चे तेल, पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर जानकारी है और वह अंतरराष्ट्रीय मूल्य में अस्थिरता से संबंधित मुद्दे को लगातार विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा रही है।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों को क्रमश: 26 जून 2010 और 19 अक्टूबर 2014 से बाजार के हवाले कर दिया गया है और इसे बाजार निर्धारित बना दिया गया है। उसके बाद से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियां अगर अंतरराष्ट्रीय उत्पाद मूल्यों और अन्य बाजार दशाओं को देखते हुए पेट्रोल और डीजल के मूल्य को बढ़ाने या घटाने के बारे में निर्णय लेती हैं। उन्होंने कहा कि तेल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को अंतरराष्ट्रीय मूल्यों और रुपया-डॉलर विनिमय दर में बदलाव को देखते हुए बढ़ाती या घटाती हैं।
उधर, तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने लगातार 11वें दिन ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि डीजल भी 89.87 रुपये प्रति लीटर के मूल्य पर बेचा जा रहा है। ईंधन की पंप कीमतों पर 18 जुलाई से कोई बदलाव नहीं हुआ है। इससे एक दिन पहले पेट्रोल में 30 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई, जबकि डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ।