ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 33.50 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के सुखद अनुभव के बाद अब उन्हें धरातल पर उतारने की चिंता है। राज्य सरकार इन्हें मूर्तरूप देकर आने वाले समय में विकास की वह बड़ी लकीर खींचना चाहती है।
लखनऊ, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 33.50 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के सुखद अनुभव के बाद अब उन्हें धरातल पर उतारने की चिंता है। राज्य सरकार इन्हें मूर्तरूप देकर आने वाले समय में विकास की वह बड़ी लकीर खींचना चाहती है, जो विपक्ष के आरोपों को बौना साबित करे। यही कारण है कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पूरा ध्यान निवेश प्रस्तावों को जिला स्तर पर वह जमीन देने पर है, जहां से युवाओं के लिए रोजगार की नई राहें भी प्रशस्त हों।
योगी ने अपने मंत्रिमंडल को समिट की सफलता की शुभकामनाएं देने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ टीम वर्क की भी सराहना की। साथ ही मंत्रियों को जिलों में जाकर निवेश प्रस्तावों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। योगी ने मंत्रियों को निवेश प्रस्तावों की विभागवार समीक्षा का निर्देश भी दिया है, जिससे हर सेक्टर में हो रहे निवेश की वास्तविक तस्वीर भी साफ की जा सके।
यह भी स्पष्ट किया कि अगले छह माह में बड़ी संख्या में निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारते हुए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करना है। योगी ने अब लखनऊ के अलावा अन्य बड़े शहरों में भी कैबिनेट की बैठक आयोजित कराने की घाेषणा भी की है।
मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ विशेष बैठक की। कहा कि समिट 2023 व जी-20 सम्मेलन के कार्यक्रम की उत्तर प्रदेश ने सफलतापूर्वक मेजबानी की है। समिट में 40 देशों से अतिथियों का आगमन हुआ तो जी-20 सम्मेलन में मित्र राष्ट्रों सहित 36 देशों के प्रतिनिधियों की सहभागिता हो रही है। दोनों कार्यक्रम के आयोजन में मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही है।
योगी ने कहा कि बेहतर टीमवर्क के साथ सभी ने काम किया। लोगों ने भी सकारात्मक भाव से सहयोग किया। यह दोनों कार्यक्रम अनुशासन और सुशासन के प्रतिबिंब बने हैं, जिन्होंने विश्व में एक नए उत्तर प्रदेश को पहचान दी है। इसके लिए पूरा प्रदेश बधाई का पात्र है। कहा कि 10 हजार निवेशक एक साथ एक परिसर में उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए जुटे। 33.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के औद्योगिक निवेश वाली इस इन्वेस्टर्स समिट ने देश में कीर्तिमान कायम किया है। विकास में पिछड़े बुंदेलखंड व पूर्वांचल क्षेत्रों में भी रिकार्ड औद्योगिक निवेश आया है। समिट की यह सफलता उत्तर प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त करने वाली साबित होगी।
उन्होंने कहा कि विधानमंडल के बजट सत्र से पूर्व सभी मंत्री अपने प्रभार के जिलों में भ्रमण करें। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ उद्यमियों, व्यापारी वर्ग, युवाओं से भेंट करें और निवेश प्रस्तावों काे धरातल पर उतारने की दिशा में सार्थक कदम बढ़ाएं। उन्हें समिट की सफलता की जानकारी भी दें।
लोगों तक यह बात पहुंचाई जाए कि समिट के बाद किस प्रकार उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनने वाला है। युवाओं को उनके लिए सृजित हो रहे रोजगार के अवसरों की जानकारी दी जाए। योगी ने कहा कि सभी मंत्री अपने-अपने विभागों को प्राप्त औद्योगिक निवेश प्रस्तावों की तत्काल समीक्षा करें। इसके लिए औद्योगिक विकास विभाग, इन्वेस्ट यूपी से आवश्यक सहयोग लें।
विश्वविद्यालयों में भ्रमण की मांगी रिपोर्टमुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से पूर्व सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों व वरिष्ठ शिक्षाविदों द्वारा प्रदेश के विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों में भ्रमण कर प्रदेश के रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों से युवाओं का परिचय कराया गया था। कहा कि उनके तीन दिवसीय भ्रमण की रिपोर्ट तैयार की जाए और ऐसे कार्यक्रमों को आगे भी किया जाए।