सीतापुर और फतेहपुर के डीएम को फर्जी आदेश जारी कर कर्मियों से ठगी, पुल‍िस ने मास्‍टरमाइंड को दबोचा,

उप्र राज्य भंडारण निगम के कर्मियों के नियमितीकरण के फर्जी आदेश के आधार पर काफी श्रमिकों को ठगा है। आरोपित ने प्रमुख सचिव गृह व अनु सचिव सहकारिता की तरफ से सीतापुर व फतेहपुर के डीएम के नाम से आदेश तैयार कर जारी कर दिया था।

 

सीतापुर, फतेहपुर व सीतापुर डीएम को कर्मियों के नियमितीकरण का फर्जी आदेश जारी करने वाला कैसरबाग लखनऊ का श्याम किशोर पांडेय (एसके पांडेय) गिरफ्तार हो गया है। ठगी के मास्टरमाइंड पर पुलिस ने 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। आरोप है कि इसने उप्र राज्य भंडारण निगम के कर्मियों के नियमितीकरण के फर्जी आदेश के आधार पर काफी श्रमिकों को ठगा है। आरोपित ने प्रमुख सचिव गृह व अनु सचिव सहकारिता की तरफ से सीतापुर व फतेहपुर के डीएम के नाम से आदेश तैयार कर जारी कर दिया था। बताया जा रहा है कि आरोपित ने कर्मियाें से वसूली करने के बाद शासन के फर्जी आदेश व हस्ताक्षर से 360 कर्मियों के नियमितीकरण की सूची जारी कर दी थी। आरोपित श्याम किशोर पांडेय अपने को ऑल इंडिया वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन इंप्लाइज यूनियन का महामंत्री बताता है। रामकोट थाना पुलिस ने गुरुवार सुबह सात बजे के दौरान मुखबिर की सूचना पर आरोपित को शहर के बाइपास पर पेट्रोल पंप के पास से दबोचा है।

उप्र राज्य भंडारण निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार ने ऑल इंडिया वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन इंप्लाइज यूनियन के कथित महामंत्री श्याम किशोर पांडेय के विरुद्ध रामकोट थाने में 12 फरवरी 2021 को मुकदमा लिखाया था। तहरीर में क्षेत्रीय प्रबंधक ने लिखा है कि ठगी करने वाले श्याम किशोर पांडेय ने शासन के पत्रों की तरह हूबहू एक मनगढ़त आदेश तैयार कर 13 जनवरी 2021 की तारीख में सीतापुर व फतेहपुर डीएम को जारी किया था। इस पत्र की एक प्रति भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक को भी पृष्ठांकित थी। इसमें ये भी उल्लेख था कि एसके पांडेय महामंत्री ऑल इंडिया वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन इंप्लाइज यूनियन की तरफ से दिए गए प्रत्यावेदन पर शासन ने विचार कर सीतापुर-फतेहपुर में राज्य भंडारण निगम में कार्यरत श्रमिकों को तत्काल नियमितीकरण कार्रवाई पूरी कर सात दिन में शासन को बताएं। इस तरह के आदेश पर निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक ने शंका जाहिर कर 22 जनवरी व तीन फरवरी को अनुसचिव सकारिता अनुभाग-एक को पत्र लिखकर संबंधित नियमितीकरण के आदेश की सत्यता की जानकारी की थी।

पकड़ में नहीं आने पर घोषित हुआ था इनाम

रामकोट थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया, आरोपित श्याम किशोर पांडेय के विरुद्ध मुकदमा लिखा गया था। जांच में आरोप सत्य मिलने पर पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए कोशिश कर रही थी, पर शातिर मास्टरमाइंड पुलिस से बच निकलता था। जिस पर इसकी गिरफ्तारी के लिए 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हुआ था। गुरुवार सुबह आरोपित को एसएसआइ अनिल तिवारी, हेड कांस्टेबल हरीलाल व कांस्टेबल राहुल पटेल ने पकड़ा है। थानाध्यक्ष ने बताया, जिन-जिन श्रमिकों से इसने एक-एक या डेढ़-डेढ़ लाख रुपये ठगे हैं, उनमें पांच लोग ऐसे श्रमिक संपर्क में आए हैं जिन्होंने आरोपित की शिनाख्त की है।

कहां का निवासी है मास्टरमाइंड, ये भी असमंजस

फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड अपने निवास के एक-दो नहीं बल्कि तीन-तीन पता दर्शा रखे हैं। इसमें उसने अपना पहला निवास हरदोई जिले थाना शाहाबाद के घोरहा गांव बताया है। दूसरा पता लखनऊ में थाना कैसरबाग के गौतम बुद्ध मार्ग पर फ्लैट नंबर-103 सुकृति इनक्लेव पुराना आरटीओ बताया है, जबकि तीसरा पता ऑल इंडिया वेयर हाउसिंग कॉपारेशन इंप्लाइज कार्यालय एफ-16 ईश्वरी दयाल कांपलेक्स सेकेंड फ्लोर जीवी मार्ग लखनऊ बता रखा है।

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