कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति के निर्देश पर यूपी की जेलों में गायत्री मंत्र का पाठ शुरू हो गए हैं। सबसे पहले इसकी शुरुआत सीतापुर जिला जेल से हुई है। यहां सपा विधायक आजम खां भी बंद हैं।
सीतापुर । बंदियों की मनोदशा में सकारात्मक सुधार के लिए जिला जेल में गायत्री मंत्र का पाठ शुरू हो गया है। गायत्री मंत्र की गूंज लाउडस्पीकर पर सुबह की प्रार्थना में गूंजती है। प्रार्थना में प्रतिभाग करने वाले बंदी भी इस मंत्र का उच्चारण करते हैं। गायत्री मंत्र के उच्चारण की पहल कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति व कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही के निर्देश पर की गई है। बता दें कि इसी जेल में सपा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां भी बंद हैं।
मानना है कि इन मंत्रों के जाप और उच्चारण से जेलों में बंद कैदियों की मानसिक दशा सुधरेगी। उन्हें मानसिक शांति भी मिलेगी। जेल अधीक्षक एसके सिंह ने बताया कि जिस दिन निर्देश जारी हुआ था। तभी से जेल में गायत्री मंत्र, बंदियों को सुनाया जाने लगा। गायत्री मंत्र का उच्चारण लाउडस्पीकर के जरिए प्रतिदिन हो रहा है। जेल में निरुद्ध सभी बंदी यह मंत्र सुन रहे हैं। प्रभारी जेलर कुंवर रणंजय सिंह ने बताया कि जेल में प्रतिदिन सुबह की प्रार्थना में गायत्री मंत्र बजाया जा रहा है। बंदी भी मंत्र का उच्चारण करते हैं।
जेल में पहले से होती आ रही है प्रार्थनाः जेल अधीक्षक एसके सिंह ने बताया कि जेल में सुबह की प्रार्थना पहले से ही होती आ रही है। प्रार्थना के समय सभी बंदी एक स्थान पर आते हैं और प्रार्थना करते हैं। कारागार मंत्री के निर्देश पर सुबह की प्रार्थना में गायत्री मंत्र भी शामिल किया गया है।
गायत्री मंत्र से मिलती है मन को शांतिः मान्यता है कि गायत्री मंत्र जाप से मन शांत और एकाग्र रहता है। इस मंत्र के उच्चारण से हम अपने क्रोध को शांत कर सकते हैं। मानसिक दशा में सुधार होता है। गायत्री मंत्र को काफी प्रभावकारी माना जाता है। कारागार राज्यमंत्री सुरेेश राही ने बताया कि मंत्रों को पढ़ो और समझो तो मन को शांति मिलती है। हम चाहते हैं कि जेल में निरुद्ध बंदियों की मनोदशा में सुधार हो। अगर वह इसे पढ़ते हैं और अपने जीवन में उतारते हैं तो उनका जीवन सार्थक होगा।