ईओ ने कोर्ट का स्टे दिखाने को कहा तो पूर्व सभासद बोले आप यहां किस अधिकार से आएं हैं। यहां वेडिंग जोन निर्धारित करने आप कौन होते हैं। जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की धमकी और डीएम को काल भी की लेकिन रिसीव नहीं हुई।
सीतापुर, अवैध कब्जे को हटवाने की शासन की मंशा में स्थानीय लोग ही बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इतना ही नहीं सियासी रसूख का रौब भी दिखा रहे हैं। बुधवार को कुछ ऐसा ही हुआ। राजा कालेज मैदान के सामने नगर पालिका की टीम संग दुकान से अवैध कब्जा हटवाने पहुंचे नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी वैभव त्रिपाठी से पूर्व सभासद अखिलेंद्र विक्रम सिंह उलझ गए। उन्होंने ईओ को धमकाते हुए कहा कि-अभी एक-डेढ़ माह रुको फिर हम बताएंगे कि कौन हैं।
ईओ ने स्टे दिखाने को कहा तो बोले आप यहां किस किस अधिकार से आएं हैं। यहां वेडिंग जोन निर्धारित करने आप कौन होते हैं। जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की धमकी और जिलाधिकारी को काल भी की, लेकिन रिसीव नहीं हुई। इसको लेकर काफी देर तक हंगामा चलता रहा, जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। ईओ से बहस होती रही और नगर कोतवाल टीपी सिंह हाथ बांधे खड़े रहे, जिसको लेकर चर्चाएं होती रहीं।
हिम्मत हो खाली कराओ उनका कब्जा : एक व्यक्ति का नाम लेकर अखिलेंद्र ने ईओ से कहा कि है हिम्मत चलो उनका खाली कराओ। इतने दिन आए हों गए हैं, एक ईंट नहीं हिला पाए हो।
न्यायालय में चल रहा मुकदमाः पूर्व सभासद अखिलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि इस संपत्ति का विवाद न्यायालय में विचाराधीन हैं। इसमें नगर पालिका को ही पार्टी बनाया गया है। अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया था। कोई नोटिस दी गई और न ही कोई जानकारी। मेरी छवि भूमिल करने के लिए राजनीति की जा रही है।
अवैध कब्जा हटाने को लेकर पूर्व सभासद ने नगर कोतवाल की मौजूदगी में धमकी दी और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। प्रकरण से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया है। तत्कालीन एसडीएम सदर ने उक्त जमीन से कब्जेदारी हटाकर पूर्व सभासद पर मुकदमा भी कराया था। -वैभव त्रिपाठी, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका।
जिस जमीन पर पालिका टीम कब्जा हटाने पहुंची थी उसे पूर्व सभासद न्यायालय में विचाराधीन बता रहे थे। इसी को लेकर कहासुनी है। इस संबंध में कोई तहरीर नहीं मिली है। -टीपी सिंह, नगर कोतवाल।